धर्मांधाें ने साइबर पुलिस थाना जलाकर प्रमाण नष्ट करने का किया था प्रयत्न !

  • नूंह (हरियाणा) के दंगों का प्रकरण

  • दंगल पूर्वनियोजित होेने का एक और प्रमाण !

  • प्रमाण  नष्ट करने का प्रयत्न ?

नूंह (हरियाणा) – यहां ३१ जुलाई को हिन्दुओं की यात्रा पर आक्रमण करने का धर्मांध मुसलमानाें का षड्यंत्र पूर्वनियोजित था, बताया जाता है कि इसका एक और प्रमाण मिला है । राज्य के गृहमंत्री अनिल विज इससे पहले ही स्पष्ट किया है कि, यह दंगा पूर्वनियोजित षड्यंत्र है । ३१ जुलाई को नल्हर शिवमंदिर से प्रारंभ हुई  ‘ब्रज मंडल शोभायात्रा’ जब शहर के तिरंगा चौक में पहुंची, तब धर्मांध मुसलमानाें ने यात्रा पर बडी मात्रा में पथराव एवं गोलीबारी की थी । इसके पश्चात  धर्मांध शहर पुलिस थाना, उक्त पुलिस थाना एवं  महिला पुलिस थाने के मार्ग से जाकर शिवमंदिर पहुंचे; परंतु इन तीनों पुलिस थानों पर धर्मांधों ने आक्रमण नहीं किया । उसके पश्चात   धर्मांधाें की भीड पुनः विपरीत दिशा में पहुंची एवं उसने  २ किमी की दूरी पर स्थित साइबर पुलिस थाना जला दिया ।

साइबर पुलिस थाने के  ‘सीसीटीवी’ केमेरे में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि बस से पुलिस थाने का प्रवेशद्वार तोडने का प्रयत्न हुआ । तत्पश्चात  पुलिस थाने  की एक दीवार तोडी गई । तत्पश्चात धर्मांधाें ने पुलिस थाने  में उपस्थित पुलिसवालों पर गोलीबारी की । इस  पुलिस थाने  के बाहर खडे १० चारपहिया एवं १ दोपहिया वाहनों में आग लगा दी तथा  पुलिस थाने  को भी आग लगा दी । पुलिसवालों के पैसे  पुलिस थाने का कूलर, बैटरी, इनवर्टर आदि वस्तुएं चुरा लीं । पुलिसवालों को धर्मांध जीवित जलाना चाह रहे थे, ऐसा उपस्थित पुलिसवालों ने बताया । भीड ने साइबर अपराधों के प्रमाण भी जलाने का प्रयत्न किया । पुलिसवालों ने कारवाई करना प्रारंभ करने पर भीड भाग गई । भीड से स्वयं की रक्षा करने के लिए पुलिस ने ११५ गोलियां चलाईं ।

अप्रैल २०२३ में साइबर अपराधों के विरुद्ध पुलिस ने की थी कारवाई !

हरियाणा पुलिस ने अप्रैल २०२३ में नूंह जिले के १४ गावाें के ३२० स्थानों पर साइबर अपराधों से संबंधित छापे मारे थे ।  अभी तक की साइबर अपराधों से संबंधित भारत की सबसे बडी कारवाई थी । इस समय ११ अपराध प्रविष्ट किए गए थे । कारवाई में ५ हजार सैनिक एवं अधिकारी सहभागी हुए थे । यह कुल घोटाला १०० करोड रुपयों तक होने की जानकारी तब दी गई थी । उस समय १२६ लोगों को नियंत्रण में लिया गया था । उनमें से ६६ जनों को गिरफ्तार किया गया था । इस प्रकरण से संबंधित सर्व कागजात नूंह के इसी साइबर  पुलिस थाने में रखे गए थे ।

 

संपादकीय भूमिका 

जहां धर्मांध मुसलमान बहुसंख्यक होते हैं, वहां वे क्या कर सकते हैं ?, इसका यह उदाहरण ! ऐसी परिस्थिति देशभर में न हो, इसलिए हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करें !