दुधारू गाय, भैंस आदि प्राणियों को संगीत सुनाने पर दूध देने की क्षमता बढी !

  • नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टिट्यूट का शोध

  • प्राणियों में होने वाले तनाव कम हुआ !

करनाल (हरियाणा) – यहां के नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट के जलवायु प्रतिरोधक पशुधन संशोधन केंद्र ने दुधारू प्राणियों को तनावमुक्त रखने के लिए अनोखा शोध किया है । पिछले ४ वर्षों से यह शोध चालू था । इसके अनुसार इन जानवरों को संगीत सुनाया जा रहा था । ‘जिस प्रकार मानव को संगीत अच्छा लगता है और संगीत सुनकर स्वयं को अच्छा लगता है, उसी प्रकार मधुर सुर अथवा संगीत प्राणियों को तनाव मुक्त रखता है’, ऐसा इस शोध से सामने आया है । संगीत के कारण प्राणियों के स्वास्थ्य में सुधार तो होता ही है, इसके अतिरिक्त उनकी दूध देने की क्षमता भी बढती है, ऐसा भी इस शोध से सामने आया है ।

१. जलवायु प्रतिरोधक पशुधन संशोधन केंद्र के वरिष्ठ प्राणीशास्त्र विशेषज्ञ डॉ. आशुतोष ने बताया कि, गायों को संगीत और स्तोत्र अच्छा लगता है, ऐसा बहुत पहले सुना था । जब हमने यह प्रयोग किया, तब उसके बहुत अच्छे परिणाम निकले । संगीत की लहरियां गाय के मस्तिष्क में ऑक्सीटोसिन हार्मोन सक्रिय करती हैं और गाय को दूध देने के लिए प्रवृत्त करती हैं ।

२. डॉ. आशुतोष ने बताया कि, जानवरों को एक ही स्थान पर बांधकर रखने से वे तनावग्रस्त होते हैं और अच्छा व्यवहार नहीं करते; लेकिन यहां हम प्राणियों को ऐसा वातावरण दे रहे हैं, जिसमे प्राणियों पर कोई भी दबाव नहीं होता है और उन्हें तनाव मुक्त रखा जाता है । शोध में संगीत और भजन का प्रयोग करने पर उसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं । संगीत सुनकर प्राणियों के वर्तन की जांच की गई और ऐसा ध्यान में आया कि, प्राणी तेज गर्मी में भी स्वयं को शांत रखते हैं । इस कारण उनके दूध उत्पादन पर भी परिणाम हुआ और वे पहले से अधिक दूध देने लगे ।