वर्तमान की सर्वश्रेष्ठ समष्टि साधना का लाभ उठाएं !

गुरुपूर्णिमा के उपलक्ष्य में हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी का संदेश

सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी

वंदे श्री गुरुपरंपरा ! हिन्दू जनजागृति समिति के प्रेरणास्रोत गुरुवर श्री सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के चरणों में साष्टांग नमस्कार ! इस घोर कलियुग में अज्ञानी, पापी एवं माया में संलिप्त जीवों का उद्धार करने के लिए इस भूतल पर भगवान ही साक्षात गुरुतत्त्व के रूप में कार्यरत हुए हैं । ऐसे घोर अंःधकार में जो जीवन साधना के लिए, गुरुसेवा के लिए, गुरुकार्य के प्रसार के लिए, गुरुकृपा की प्राप्ति के लिए, धर्मरक्षा के कार्य के लिए, राष्ट्ररक्षा के कार्य के लिए एवं सात्त्विक समाज की रक्षा के लिए अविरत परिश्रम उठा रहे हैं; उन पर अनन्य कृपा कर उनका उद्धार करने के लिए गुरुतत्व सहस्रों गुना कार्यरत हुआ है ।

जिज्ञासुओं एवं मुमुक्षुओं को गुरुरूपी भगवान की दया एवं करुणा का अनुभव करने का काल उपलब्ध हुआ है । गुरुकार्य में, धर्मकार्य में एवं हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के कार्य में यथाशक्ति सहभागी होनेवाले जीवों का उद्धार होना निश्चित है । भारत को धर्माधिष्ठित राष्ट्र घोषित करने के लिए, अर्थात भारत में रामराज्य की स्थापना के लिए प्रयास करना ही वर्तमान काल की सर्वश्रेष्ठ समष्टि साधना है । सभी इस स्वर्णिम अवसर का लाभ उठाएं ! इसके लिए हे गुरुवर, आप ही सभी को सद्बुद्धि प्रदान करें, यह आपके श्रीचरणों में प्रार्थना है !