(इनकी सुनिए, कहते हैं) ‘संघ परिवार के राजकीय लाभ के लिए बनाया गया है ‘द केरल स्टोरी’ चलचित्र !’ – केरल के मुख्यमंत्री विजयन्

 केरल के मुख्यमंत्री विजयन् का बेबुनियादी आरोप

केरल के मुख्यमंत्री विजयन्

थिरूवनंतपूरम् (केरल) – केरल राज्य के ईसाई एवं हिन्दू युवतियों के संदर्भ में बनाई गई ‘द केरल स्टोरी’ नामक हिन्दी चलिचत्र पर  केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन् ने टिप्पणी की  है कि ‍वह ‘संघ परिवार को चुनाव में राजकीय लाभ के लिए बनाया गया चलचित्र है ।’

मुख्यमंत्री विजयन् ने कहा कि

१. धार्मिक ध्रुवीकरण के उद्देश्य से एवं केरल के विरोध में द्वेष फैलाने के लिए जानबूझकर ‘द केरल स्टोरी’ चलचित्र बनाया गया है, यह उसका ट्रेलर (चलचित्र का विज्ञापन) देखकर ध्यान में आता है । यह चलचित्र धर्मनिरपेक्षता की भूमि पर केरल में संघ परिवार का प्रचार करनेवाला है । इस चलचित्र को भाजप एवं संघ का वैचारिक समर्थन है ।

२. केरल के चुनाव में राजकीय लाभ पाने के लिए संघ परिवार द्वारा किए जानेवाले विविध प्रयत्नाें की पृष्ठभूमि पर यह प्रचार करनेवाला चलचित्र है ।  ‘लव जिहाद अस्तित्व में है’, यह आरोप प्रबल करने हेतु चलाए अभियान के ही नियोजन का एक भाग है ।

३. ‘लव जिहाद’ को इससे पूर्व अन्वेषण यंत्रणा, न्यायालय एवं केंद्रीय गृहमंत्रालय ने अस्वीकार कर दिया है । जी. किशन रेड्डी जो तत्कालीन गृह राज्यमंत्री थे और जो आज कैबिनेट मंत्री हैं, उन्होंने संसद में लिखितस्वरूप में उत्तर दिया था, ‘लव जिहाद’ नामक कोई भी बात अस्तित्व में नहीं ।’

४. संघ परिवार बिना किसी प्रमाण के ‘लव जिहाद’ की अफवाह फैला रहा है । केरल में ३२ सहस्र महिलाओं ने इस्लाम स्वीकारा और वे इस्लामिक स्टेट में सम्मिलित हुईं, यह बहुत बडा झूठ है जो हमने इस चलचित्र के ट्रेलर में देखा । यह झूठी बात संघ परिसर के असत्य पर आधारित कारखाने का उत्पादन है ।

संपादकीय भूमिका 

  • ध्यान रखें ! ‘द केरल स्टोरी’ चलचित्र सत्य घटनाओं पर आधारित है और उससे केरल की वास्तविक स्थिति संपूर्ण जगत को ध्यान में आएगी । अत: साम्यवादी केरल सरकार घबरा गई है । इसीलिए मुख्यमंत्री ऐसी टिप्पणी कर रहे हैं !
  • केरल की ‘लव जिहाद’में फंसी हिन्दू एवं ईसाई लडकियां सीरिया जैसे देश पहुंच गईं, यह वास्तविकता है । तब भी उसे झूठा ठहरानेवाले एक राज्य के मुख्यमंत्री, लोकतंत्र की अपकीर्ति कर रहे हैं !