पूरे देश के ५०० से अधिक अधिवक्ता तथा भूतपूर्व न्यायाधीश की ओरसे समलैंगिक विवाहों के विरुद्ध प्रस्ताव सम्मत !

विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय सम्मेलन में लिया गया निर्णय

व्यासपीठ अधिवक्ता पर उपस्थित

अयोध्या (उत्तरप्रदेश) – यहां विश्‍व हिन्दू परिषद के न्याायिक विभाग द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया था । इसमें विश्व हिन्दू परिषद से संबंधित विविध राज्याों के ५०० से अधिक अधिवक्तााओं तथा भूतपूर्व न्याायाधीशों ने समलैंगिक विवाह के विरुद्ध एकमत से प्रस्तााव सम्मत किया ।

इस संदर्भ में परिषद ने निकाले प्रसिद्धि पत्रक में कहा गया है कि,

१. समलैंगिक विवाह पर निर्णय लेने के विषय में शीघ्रता नहीं करनी चाहिए । देश पहले से ही सामाजिक एवं आर्थिक क्षेत्रों से संबंधित गंभीर समस्यााओं का सामना कर रहा है । इसके अंतर्गत निर्धनता निवारण, बिनामूल्य शिक्षा तथा प्रदूषण मुक्त वातावरण का मूलभूत अधिकार तथा जनसंख्याा नियंत्रण आदि सूत्र सम्मिलित हैं ।

२. भारतीय संस्कृति समलैंगिक विवाहों को स्वीकार नहीं करती ।