भाजपा के नेता प्रवीण नेट्टारु की हत्या के प्रकरण में बंदी बनाया गया धर्मांध चुनाव लडेगा !

(बाएंसे) प्रवीण नेट्टारू और शाफी बेल्लारे

मंगलुरू (कर्नाटक) – भाजपा को पदाधिकारी प्रवीण नेट्टारू की हत्या के प्रकरण में राष्ट्रीय अन्वेषण तंत्र द्वारा (एन्.आइ.ए. द्वारा ) बंदी बनाया गया ‘सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया’ (एस्.डी.पी.आई.) दल का नेता शाफी बेल्लारे ने पुत्तुरू विधानसभा मतदाता संघ से प्रत्याशी के लिए प्रार्थनापत्र प्रविष्ट किया है । कर्नाटक में विधानसभा का चुनाव हो रहा है । शाफी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं के माध्यम से प्रार्थनापत्र प्रविष्ट किया है । प्रार्थनापत्र प्रविष्ट करते समय कार्यकर्ताओं द्वारा शोभायात्रा निकाली गई थी । उसीप्रकार शाफी बेल्लारे के नाम से घोषणाबाजी भी की गई ।

( इनकी सुनिए ) ‘शाफी को बंदी बनाने से संतप्त लोग चुनाव द्वारा उत्तर देंगे !’ – एस्.डी.पी.आइ. के जिलाप्रमुख

पत्रकारों से बोलते समय एस्.डी.पी.आइ. के जिलाप्रमुख अन्वर सादत ने कहा कि शफी बेल्लारे की आवाज दबाने हेतु सरकार ने उन पर झूठा अपराध प्रविष्ट कर उन्हें कारागृह में डाला है । भविष्य में सत्य सामने आएगा । शफी बेल्लारे के झूठे प्रकरण से लोग संतप्त हैं । अब वे मतों द्वारा सरकार को उत्तर देंगे ।

संपादकीय भूमिका 

  • भारत में प्रत्येक व्यक्ति को चुनाव लडने का अधिकार होने के कारण इसका विरोध करना असंभव होगा; परंतु इस प्रकार के कानून परिवर्तित करने हेतु जनता को सरकार पर दबाव डालने की आवश्यकता है !
  • दिखाई देता है कि, प्रवीण नेट्टारू की हत्या से संतप्त मतदाता शफी को चुनाव में सबक सिखाएंगे !