(मजार का अर्थ है मुसलमान फकीरों का मकबरा)
देहरादून (उत्तराखंड) – भूमि जिहाद हो या मजार जिहाद, देवभूमि उत्तराखंड में कोई भी अवैध काम नहीं होने देंगे । हमने राज्य में १ लाख स्थानों पर का सर्वेक्षण किया है। इन स्थानों पर अतिक्रमण कर मजारें बनाइ गई हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि आगामी ६ मास के अंदर संबंधितों ने स्वयं उन्हें नहीं हटाया तो सरकार उन मजारों के विरुद्ध कार्रवाई करेगी।
"किसी भी अवैध मजार को छोड़ा नहीं जाएगा , सभी अवैध मजार को तोड़ा जाएगा।"
: पुष्कर सिंह धामी , मुख्यमंत्री , उत्तराखंड pic.twitter.com/dgmcyiWYvG
— Panchjanya (@epanchjanya) April 7, 2023
मुख्यमंत्री ने यह वक्तव्य राज्य में सरकारी भूमि पर अवैध रूप से मजारों के निर्माण का तथ्य उजागर होने के उपरांत दिया है। सरकार ने ऐसी अवैध मजारों की सूची बनाई है। ऐसा उजागर हुआ है कि, इन मजारों को गत २० वर्षों में बनाया गया है। इनमें से कुछ मजारों की खुदाई की गई थी और उनके नीचे कोई मानव अवशेष नहीं मिला। इससे यह स्पष्ट होता है कि ये नकली मजारें हैं और पता चलता है कि इन्हें केवल भूमि हडपने के हेतु से बनाया गया था। दिसंबर २०२२ से मार्च २०२३ के बीच ४१ अवैध मजारों को सरकार ने उध्वस्त किया है।
संपादकीय भूमिका
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