अब भारत की सीमा पर विकास के कार्य हो रहे हैं ! – प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

शिलाँग (मेघालय) – देश के पिछले सरकारों की मानसिकता विभाजनकारी थी; परंतु हमारा विकास का महामार्ग है । अब भारत की सीमा पर विकास के कार्य हो रहे हैं । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां आयोजित ‘नॉर्थ ईस्टर्न काऊंसिल’ की ५० वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में कार्यक्रम में बोलते हुए ऐसा प्रतिपादित किया ।

१. नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि जब कोई फुटबॉल में खेलभावना नहीं दिखाता, तब उसे ‘रेड कार्ड’ दिखाकर बाहर निकाला जाती है । उसी आधार पर हमने पिछले ८ वर्षाें में भारत के विकास के लिए मारक सिद्ध होनेवाली अनेक बातों को ‘रेड कार्ड’ दिखाया । हमारी सरकार भ्रष्टाचार, भेदभाव, वंशवाद, हिंसा, विकास परियोजनाओं में बाधा उत्पन्न करने तथा वोटबैंक की राजनीति को दूर करने के लिए प्रामाणिक प्रयास कर रही है । ‘इस बीमारी की जडें बहुत गहरी होती हैं’, यह आप जानते हैं; इसलिए हम सभी मिलकर इन ‘बीमारियों को’ जड से उखाड फेंकने का प्रयास कर रहे हैं ।

२. इस अवसर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा भी उपस्थित थे । उन्होंने कहा कि पहले संपूर्ण उत्तर-पूर्व भाऱत बंद, अनशन, बमविस्फोट एवं गोलाबारी के लिए जाना जाता था । विभिन्न संगठनों के आतंकी उत्तर-पूर्व भारत की जनता को कष्ट पहुंचा रहे थे । इससे स्थानीय पर्यटन एवं उद्योगों को मार झेलनी पडती थी । विगत ८ वर्षाें में ऐसी घटनाएं ७४ प्रतिशत घटी हैं । सुरक्षाकर्मियों पर की जानेवाली आक्रमण की घटनाएं भी ६० प्रतिशत घटी हैं । नागरिकों की मृत्यु से संबंधित घटनाएं भी ८९ प्रतिशत घटी हैं तथा आतंक के पथ पर चल रहे लगभग ८ सहस्र युवकों ने आत्मसर्मपण कयिा है । यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बडी सफलता है ।