‘चिक्कमंगलुरु के दत्तपीठ में नियुक्त किए गए २ हिन्दू पुजारियों को वापस बुलाया जाए !’

‘सौहार्द वैदिके’ के सचिव गौसे मोहिउद्दीन की हिन्दूद्वेषी मांग

दत्तपीठ

बेंगलुरू (कर्नाटक) – कर्नाटक के ‘सौहार्द वेदिके’ संगठन के सचिव गौसे मोहिउद्दीन ने चिक्कमंगलुरु प्रशासन से यह मांग की है कि यहां के दत्तपीठ में नियुक्त किए गए २ हिन्दू पुजारियों को वापस भेज देना चाहिए । कुछ दिन पूर्व इन दो पुजारियों को दत्तजयंती उत्सव के कारण तात्कालिक रूप से नियुक्त किया गया था; परंतु अब उत्सव समाप्त होने के उपरांत भी उन्होंने पूजा करने का अपना काम जारी रखा है ।

गौसे मोहिउद्दीन ने आगे यह भी कहा कि यहां के मुसलमान पुजारियों को ‘उनके कारण गुहा में स्थित मंदिर अपवित्र बन जाएगा’, ऐसा बताकर वहां से हटाया गया था । यह उनका अनादर है । (इसमें अपमानित होने जैसा क्या है ? मुसलमान गोमांस भक्षण करते हैं, जो हिन्दू धर्म में पाप है । इसके कारण यदि ‘ऐसे लोगों के कारण मंदिर अपवित्र बन जाएगा’, ऐसा हिन्दुओं को लगा, तो उसमें अनुचित क्या है ? – संपादक) यह हिन्दू पुजारियों को स्थाई रखकर दर्गाह की संपत्ति हडपने का षड्यंत्र हो सकता है ।  (उल्टा चोर कोतवाल को डांटे ! वास्तव में हिन्दुओं ने यहां की भूमि नहीं हडप ली है, अपितु मुसलमानों ने ही हिन्दुओं के इस तीर्थस्थल पर अवैधरूप से अपना अधिकार स्थापित किया है ! – संपादक)

संपादकीय भूमिका

दत्तपीठ हिन्दुओं का स्थान है तथा मुसलमान उसे हडपने का निरंतर प्रयास कर रहे हैं । अब राज्य की भाजपा सरकार ने उसे आधिकारिक रूप से हिन्दुओं के नियंत्रण में सौंपने का प्रयास करना चाहिए, यही हिन्दुओं की भावना है !