क्रिकेट खिलाडी ऋषभ पंत ने किया शास्त्रीय संगीत का अपमान

शास्त्रीय गायक और वादकों द्वारा टिप्पणी

(बाईं ओर से) सितारवादक पूरबायन चैटर्जी, भारतीय क्रिकेट टीम के विकेट कीपर ऋषभ पंत, प्रसिद्ध गायिका कौशिकी चक्रवर्ती

नई देहली – भारतीय क्रिकेट टीम के विकेट कीपर ऋषभ पंत द्वारा ‘ड्रीम ११’ इस विज्ञापन द्वारा शास्त्रीय संगीत का मजाक उडाने पर उन पर टिप्पणियां हो रही हैं । इस विज्ञापन में ऋषभ पंत को शास्त्रीय गायक के रुप में दिखाया गया है । सभी वादक बैठे दिख रहे हैं और ऋषभ पंत गाने के लिए आते हैं । उस समय वे विचित्र आवाज में गाते हुए विकेट कीपिंग करने के समान हाथों को घुमाते हुए दिख रहे हैं । उस समय ऋषभ ने यह कहते हुए शास्त्रीय गायन को नीचा दिखाने का प्रयास किया कि ‘मैं भगवान का आभार मानता हूं, मैंने अपने लिए एक स्वप्न देखा । मैं क्रिकेट खिलाडी बना, यह अच्छा हुआ ।’

 (सौजन्य : Advertisement King)

(यहां यह वीडियो देने का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करना नहीं है; अपितु हिन्दू ‍विरोधियों द्वारा किया गया अनादर समझ में आए, इस उद्देश्य से यह प्रकाशित किया गया है । – संपादक)

१. इस विज्ञापन पर प्रसिद्ध गायिका कौशिकी चक्रवर्ती ने ट्वीट कर ऋषभ पंत से कहा कि इस विज्ञापन की गंदगी व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं । अपनी धरोहर का अपमान करना आपको मूर्ख ठहराता है । यह पंडित रविशंकर, उस्ताद जाकिर हुसैन, पंडित भीमसेन जोशी आदि का संगीत है । मुझे विश्वास है कि आप ऐसा कर प्रसिद्धि लूटेंगे; लेकिन क्या यह सही है ? मैं भारतीय शास्त्रीय संगीत का अभ्यास करती हूं । मैं क्रिकेट नहीं देखती; लेकिन कभी भी आपके खेल का अपमान नहीं किया । यदि आपको कोई बात समझने का प्रशिक्षण नहीं, तो कम से कम उस विषय का आदर करें। इतने समझदार तो बनें ।’

२. सितारवादक पूरबायन चैटर्जी ने अपना मत वीडियो के माध्यम से ट्वीट किया है । इसमें उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा पहली बार नहीं हुआ । इसके लिए क्षमा नहीं की जा सकती ।’’

संपादकीय भूमिका

भारतीय संगीत का अपमान करने वालों के विरोध में अपराध प्रविष्ट कर उन्हें दंडित किया जाना चाहिए जिससे अन्य कोई ऐसे अपमान करने का साहस न कर सके !