बनारस (उत्तरप्रदेश) – यहां के बनारस हिंदु वैश्विक विद्यालय द्वारा किए गए संशोधन में काशी एवं तमिलनाडु के लोगों का डीएनए एक ही है। इसी के साथ इन सब के पूर्वज भी एक ही थे। इस संशोधन में विभिन्न वैश्विक विद्यालय एवं महाविद्यालय में ७५ संशोधक काम करते हैं। भाग्यनगर के आण्विक जीव विज्ञान केंद्र एवं बनारस हिन्दू वैश्विक विद्यालय इसका नेतृत्व करते हैं।
हिंदू वैश्विक विद्यालय के मुख्य जंतु विज्ञान विभाग के अध्यापक ज्ञानेश्वर चौबे
इस संदर्भ का संशोधन कर रहे बनारस हिंदू वैश्विक विद्यालय के मुख्य जंतु विज्ञान विभाग के अध्यापक ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया कि , यह संशोधन वर्ष २००६ से चालू है। अब तक ३५ सहस्र(हजार) नमूने इकट्ठा किए जाने के साथ 1लाख नमूने इकट्ठे किए गए हैं। इसी के द्वारा ‘भारत के विविध जाति एवं जमाति में कितना साम्य है ’,यह खोज रहे हैं। इसी के द्वारा काशी के १०० ,तो तमिलनाडु के २०० लोगों का नमूना लिया गया था। इनके संशोधन से यह ध्यान में आया है कि, दोनों का ही डीएनए एक ही है। इस संशोधन के गुनहगारों को पकड़ने से लाभ होगा।
संपादकीय भूमिकाअपने आप को ‘द्रविड’ मानकर देश के अन्य हिंदुओं से अलग समझने वाले तमिलनाडु के हिंदू द्रोहियों को (थप्पड़) चपकार ! |