सैनिटरी नैपकिन के प्रयोग से महिलाओं को हो सकते हैं ह्रदयविकार एवं कर्करोग !

सैनिटरी नैपकिन में रसायनों का अधिक प्रयोग !

प्रतिकात्मक छायाचित्र

नई देहली – भारत में विक्रय हो रहे ‘सैनिटरी नैपकिन’ में अधिक रसायनों का प्रयोग होने की जानकारी सामने आई है । ‘टॉक्सिक लिंक’ नाम की एक स्वयं सेवी संस्था द्वारा किए गए एक शोध में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि इन नैपकिन के अधिक प्रयोग करने से महिलाओं को हृदय रोग, मधुमेह और कर्क रोग (कैंसर) का संकट होता है ।

‘टॉक्सिक लिंक’ की पदाधिकारी आकांक्षा मेहरोत्रा ने इस संबंध में बताया कि ये नैपकिन स्वस्थ्य के लिए घातक हैं । इनमें ‘कार्सिनोजेन्स’ (कैंसर को बढावा देने वाले रसायन), ‘प्रजनन विष’ (प्रजनन प्रणाली को गंभीर रूप से प्रभावित करने वाले पदार्थ), ‘एंडोक्राइन डिसरप्टर्स’ (हार्मोन को प्रभावित करने वाले रसायन) और ‘एलर्जेंस’ (शरीर को प्रभावित करने वाले रसायन) पाए गए हैं । इससे महिलाओं की योनि पर रसायनों का गंभीर प्रभाव पड सकता है ।

संपादकीय भूमिका

केंद्र सरकार को भारत में सैनिटरी नैपकिन बनाने वाले सभी प्रतिष्ठानों की गहन जांच कर उनके विरुद्ध कडी कार्रवाई करनी चाहिए, साथ ही उनके उत्पादों को विनियमित करने के लिए एक प्रणाली स्थापित करनी चाहिए !