पंजाब में पाकिस्तानी खालिस्तानवादियों द्वारा अन्य हिन्दू नेताओं की हत्या करने की धमकी

शिवसेना के नेता सुधीर सूरी (बाईं ओर) एवं गोपाल चावला (दाईं ओर)

अमृतसर (पंजाब) – यहां के शिवसेना के नेता सुधीर सूरी की हत्या के उपरांत सामाजिक माध्यम से गोपाल चावला नामक पाकिस्तानी खालिस्तानवादी ने एक वीडियो प्रसारित किया है । इसमें वह कह रहा है, ‘सिक्ख, मुसलमान तथा स्वतंत्रता प्राप्ति की चाह रखनेवाले प्रत्येक समाज को बहुत बहुत शुभ कामनाएं ! मैं उसे सूरी नहीं, अपितु सूअर कहूंगा । जिस भाव से उसे मारा, मैं उसकी प्रशंसा करता हूं । एक सूअर गया तथा अब अगले का क्रमांक है । निशांत शर्मा, अमित अरोडा (पंजाब में हिन्दुओं के नेता) इन्हें भी जाना होगा । जिस प्रकार सूरी की मृत्यु हुई, वैसे ही अन्य लोगों को भी कुत्तों के समान मरना है ।’

अमृत सिंह मेहरोन द्वारा सूरी की हत्या करनेवाले की प्रशंसा !

शिरोमणी अकाली दल अमृतसर (सिमरन जीत सिंह मान) पार्टी से वर्ष २०२२ में विधानसभा का चुनाव लडानेवाले अमृत सिंह मेहरोन ने एक सभा में उजागर रूप से सुधीर सूरी की हत्या करनवाले की प्रशंसा करते हुए कहा कि किसी का अनिष्ट हुआ तो मुझे आनंद नहीं होता; चाहे वह मेरा शत्रु ही क्याें न हो, तब भी मैं कहूंगा कि सुधीर सूरी की जिस किसी ने हत्या की ?, वह कहां से आया ?, मुझे ज्ञात नहीं; परंतु उसकी जय जयकार होनी चाहिए ।’ ‘टी.एफ.न्यूज’ समाचारवाहिनी ने मेहरोन के वक्तव्य का वीडियो प्रसारित किया है । यह वीडियो सामाजिक माध्यमों से भी प्रसारित हो रहा है ।

संपादकीय भूमिका

पंजाब में गत कुछ वर्षाें से हिन्दू नेताओं को चुन-चुन कर हत्या करने का षड्यंत्र रचकर उसके अनुसार उनकी हत्याएं भी की जा रही हैं । ऐसी स्थिति में राज्य की पूर्व एवं वर्तमान सरकार की निष्क्रियता ही दिखाई दे रही है । कहा जा रहा है कि वर्तमान समय की आम आदमी पक्ष की सरकार निश्चित रूप से खालिस्तानियाें कीे समर्थक है । यह देखते हुए केंद्र की भाजपा सरकार को अब इस पर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है !

कैनडा के खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर लांडा ने सुधीर सूरी की हत्या का दायित्व स्वीकारा !

सुधीर सूरी की हत्या का दायित्व कैनडा के खालिस्तानी आतंकवादी लखवीर लांडा ने स्वीकारा है । पंजाब में स्थित तरणतारण में लखबीर नामक गुंडे ने कुछ वर्ष पूर्व कैनडा पलायन किया था । लखबीर लांडा ने सामाजिक माध्यम से पोस्ट करते हुए कहा है, ‘अन्य समाज के विषय में अथवा किसी भी धर्म के विषय में कोई अनुचित कहे, तो वह भी सिद्ध रहे । प्रत्येक व्यक्ति की बारी आएगी । वह ऐसा न सोचे कि सुरक्षा प्राप्त कर बच जाएगा; यह तो केवल आरंभ है ।’

संपादकीय भूमिका

कैनडा से भारत में खालिस्तानी आतंकवादी कार्यवाहियां करवाना भारतीय सुरक्षा तंत्रों के लिए लज्जाजनक है ! कैनडा के खालिस्तानियों के विरुद्ध अब तो भारत सरकार को कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है !