अलीगढ (उत्तर प्रदेश) में हिन्दू एवं मुस्लिम तृतीय पंथी के मध्य विवाद !

मुस्लिम तृतीय पंथी द्वारा हिन्दू तृतीय पंथी पर इस्लाम स्वीकार करने के लिए दबाव !

अलीगढ (उत्तर प्रदेश) – कुछ दिन पूर्व ही यहां मुसलमान एवं हिन्दू तृतीय पंथी में क्षेत्र के अधिकार पर हुए विवाद में दोनों के आमने-सामने खडे होने की घटना हुई है । पुलिस ने घटनास्थल पर जाकर परिस्थिति नियंत्रित की है । इस समय हिन्दू तृतीय पंथी ने आरोप लगाया है कि मुस्लिम तृतीय पंथी उन पर इस्लाम स्वीकार करने के लिए दबाव डालते थे ।

१. ‍विगत ५९ वर्षों से दोनों धर्मों के तृतीय पंथी के लिए अलीगढ नगर का परिसर विभाजित कर दिया गया है । उन्होंने संबंधित क्षेत्रों में अपने काम करने को सुनिश्चित किया है । अब उनमें से एक दल का कहना है कि मुसलमानों को मुसलमानों के घर, जबकि हिन्दुओं को हिन्दुओं के घर जाकर अपना काम करना है । हिन्दू तृतीय पंथी का कहना है कि वे मांसाहारी तृतीय पंथी द्वारा दी गई शुभेच्छा को स्वीकर नहीं करेंगे ।

२. हिन्दू तृतीय पंथी ने आरोप लगाया है कि मुसलमान तृतीय पंथी बाहर से गुंडों को बुलाकर उन्हें हमें पीटने के लिए कहते हैं । इस प्रकरण में हिन्दू तृतीय पंथी के शिवा ने कहा कि उन पर एक बार गोलीबारी भी की गई है । इस कारण उन्होंने पुलिस से अपने समाज की रक्षा करने की मांग की है ।

३. हिन्दू तृतीय पंथी ने आरोप लगाया है कि मुसलमान तृतीय पंथी हिन्दू तृतीय पंथी पर मांस भक्षण करने एवं नमाजपठन करने का दबाव डालने के साथ इस्लाम स्वीकार करने के लिए कहते हैं । इस प्रकरण में पुलिस में परिवाद करने के उपरांत वास्तविक परिवाद में उसकी प्रविष्टि नहीं की गई । (उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए, हिन्दुओं को इस प्रकार का भेदभाव अपेक्षित नहीं है ! – संपादक)

संपादकीय भूमिका

अब तृतीय पंथी धर्मांध मुसलमान भी हिन्दुओं पर इस प्रकार दबाव डालते हैं, यह हिन्दुओं के लिए अत्यंत लज्जास्पद है ! क्या अब हिन्दू स्वयं के धर्म की रक्षा के लिए संगठित होकर कृतिशील बनेंगे ?