२०१४ के लोकसभा चुनाव से पहले तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा किया गया पाप !
नई देहली – २०१४ के लोकसभा चुनावों से पहले, कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने दिल्ली वक्फ बोर्ड को राजधानी में स्थित १२३ प्रमुख शासकीय संपत्तियां उपहार में दीं। ´टाइम्स नाउ´ के अनुसार मंत्रिपरिषद ने यह निर्णय २०१४ के सार्वजनिक चुनाव से कुछ दिन पूर्व लिया था । ये संपत्तियां कनॉट प्लेस, अशोक रोड, मथुरा रोड और अन्य प्रमुख स्थानों में स्थित हैं ।
अ. सरकार के इस निर्णय के उपरांत अपर सचिव जे.पी. प्रकाश द्वारा हस्ताक्षरित एक पत्र भेजा गया था ।
आ. इए पत्र में लिखा है कि ‘भूमि एवं और विकास कार्यालय (एल.एन.डी.ओ.) और देहली विकास प्राधिकरण (डी.डी.ए.) के नियंत्रण में देहली में स्थित १२३ संपत्तियों को देहली वक्फ बोर्ड को सौंपने की अनुमति दी गई है’ । (देशभक्तों की अपेक्षा है कि भाजपा सरकार इन सरकारी संपत्तियों को हस्तगत कर शीघ्र अपने नियंत्रण में लेगी ! – संपादक)
इ. २७ फरवरी, २०१४ को दिल्ली वक्फ बोर्ड ने भारत सरकार को एक पत्र लिखकर राजधानी में १२३ प्रमुख शासकीय संपत्तियों पर अपना स्वामित्व बताय । विशेष तत्व यह है कि यह प्रस्ताव प्राप्त होते ही तुरंत मंत्रिपरिषद ने एक गुप्त पत्र भेजकर इसे स्वीकृति दे दी ।
#WaqfLandSecretNote#EXCLUSIVE | Days before the 2014 elections, the UPA govt 'gifts' 123 prime properties in Delhi to Waqf.
"Please refer to the telephonic request", @RShivshankar takes us through the details of the 'secret note'. pic.twitter.com/TfcDOShyPJ
— TIMES NOW (@TimesNow) September 16, 2022
ये संपत्तियां ब्रिटिश सरकार से भारत सरकार को उत्तराधिकार में मिली थीं ।
संपादकीय भूमिका
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