अल्पवयीन लडकी पर बार-बार बलात्कार करनेवाले ईसाई पादरी को आजन्म कारावास !

थिरुवनंतपुरम् (केरल) – १३ वर्ष की लडकी पर अनेक बार बलात्कार करनेवाले जोस प्रकाश नामक ईसाई पादरी को आजन्म कारावास का दंड सुनाया गया है । राज्य के मंजेरी के ‘पॉक्सो’ न्यायालय ने ५१ वर्ष के इस पादरी को दंड के साथ-साथ पीडित लडकी को ढाई लाख रुपए की हानिपूर्ति देने के आदेश भी दिए हैं । ईसाई धर्म का ‘पेन्टाकोस्टल’ पंथ का यह पादरी थिरुवनंतपुरम के निकट बलरामपुरम का है ।

१. बलात्कार की घटना वर्ष २०१६ में घटी है । पादरी किसी ईसाई कार्यक्रम के लिए मल्लपुरम में गया था । वहां उपस्थित पीडिता के परिवारवालों को उसने बताया कि आपके बच्चों को अनिष्ट शक्तिओं ने घेर रखा है । उनके लिए ‘विशेष प्रार्थना’ करने की आवश्यकता है ।

२. यह बात सुनकर भयभीत अभिभावकों ने पादरी को घर आमंत्रित किया । पादरी ने लडकी को शयनकक्ष में ले जाकर उस पर अनेक बार बलात्कार किया । लडकी अपना मुंह न खोले, इसलिए पादरी ने उसे धमकाया कि यदि मुंह खोला, तो भगवान का कोप होगा ।

३. एक दिन पीडिता की मां को संदेह उत्पन्न हुआ । उसके द्वारा लडकी से प्रश्न पूछने पर उसने मां को सर्व घटना बताई ।

४. अभिभावकों द्वारा पुलिस में इस घटना का परिवाद प्रविष्ट करने के पश्चात पादरी को बंदी बनाया गया ।

संपादकीय भूमिका

ईसाई पादरी के अतिरिक्त यदि किसी हिन्दू साधु को ऐसा दंड दिया जाता, तो अभी तक संपूर्ण ‘धर्मनिरपेक्ष’ भारत हिन्दू धर्म पर ही कीचड उछाल रहा होता ! प्रसारमाध्यमों ने हलगुल्ला मचाते हुए हिन्दू संतों पर टिप्पणी की होती ! अब दंडित ईसाई पादरी होने के कारण सर्वत्र शांति का वातावरण है । अब कितने हिन्दुओं को इस शांति से कष्ट प्रतीत हो रहे हैं ?