‘लैंड जिहाद’

देश का महत्त्वपूर्ण समुद्री तट, सीमाक्षेत्र इत्यादि और हिन्दू बहुसंख्यक अधिकाधिक क्षेत्रों को योजनाबद्ध पद्धति से मुसलमानबहुल बनाना, उसके लिए हिन्दुओं को लालच देकर, धोखाधडी कर अथवा बलपूर्वक खरीदकर वहां मुसलमानों की बस्ती बढाना और हिन्दुओं को अक्षरशः भगा देना है ‘लैंड (भूमि) जिहाद !’ हिन्दुओं के संदर्भ में आरंभ में जो कश्मीर में हुआ और अब जो असम में हो रहा है, उसकी पुनरावृत्ति आज भारत के अनेक राज्यों में हो रही है ।

भारत को इस्लामिस्तान बनाना ही ‘लैंड जिहाद’ का लक्ष्य !

हिन्दुओं की भूमि महंगे मूल्य पर खरीदना और अधिकाधिक संवेदनशील और महत्त्वपूर्ण भूभागों पर नियंत्रण स्थापित कर संपूर्ण देश में इस्लामीकरण करने का मुसलमानों का षड्यंत्र है । आज ‘मिनी पाकिस्तान’ के नाम से जो क्षेत्र जाने जाते हैं, वह उस व्यापक षड्यंत्र की ही तैयारी है ।

जम्मू की सहस्रों एकड भूमि से संबंधित ‘लैंड जिहाद’ उजागर करने का परिणाम !

हिन्दी समाचार वाहिनी ‘जी न्यूज’ के तत्कालीन संपादक सुधीर चौधरी के विरुद्ध केरल में गैर जमानती अपराध पंजीकृत किया गया है । इस प्राथमिकी में कहा गया है कि ११ मार्च २०२० को ‘जी न्यूज’ पर प्रसारित ‘डी.एन.ए.’ कार्यक्रम में सुधीर चौधरी ने मुसलमानों को अपमानित किया । इस कार्यक्रम में चौधरी ने जिहाद के विषय में सारणी दिखाई थी, जिसमें जिहाद की अलग-अलग पद्धतियों की जानकारी दी थी ।’ (संदर्भ : दैनिक ‘सनातन प्रभात’)

हिन्दुओं की भूमि हडपने हेतु मुसलमानों द्वारा अपनाई गई पद्धतियां !

१. हिन्दूबहुल क्षेत्र में बडी राशि देकर भूमि खरीदना

२. शासन की ओर से धार्मिक स्थल के लिए भूमि अर्जित करना

३. सरकारी, खरीदी गई अथवा हडपी गई भूमि पर प्रार्थनास्थलों का निर्माण करना

४. हिन्दुओं के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध रखकर मुसलमानों की बस्ती बढाना

५. मुसलमानों की बस्ती बढने पर हिन्दुओं को विभिन्न प्रकार से कष्ट पहुंचाकर उनका दमन करना : हिन्दुओं के घरों के सामने जानबूझकर कचरा फेंकना, उनकी संपत्ति को हानि पहुंचाना, छोटी-छोटी बातों पर झगडा कर हिन्दुओं से मारपीट करना और उससे अन्य हिन्दुओं पर अपनी दहशत जमाना जैसे कृत्य किए जाते हैं । अंततः इन कष्टों से त्रस्त हिन्दुओं के सामने अपना घर छोडकर वहां से जाने के अतिरिक्त अन्य कोई विकल्प ही नहीं ।

६. हिन्दुओं को उनकी भूमि और घर मुसलमानों को अल्प मूल्य में बेचने के लिए बाध्य करना

७. घर न छोडनेवाले हिन्दुओं को भय दिखाकर वहां से भगा देना ।

दंगों के उपरांत ठाणे, कल्याण एवं भिवंडी में हिन्दुओं को स्थानांतरण करने के लिए बाध्य किया गया !

१. २९ सितंबर २००८ की रात ठाणे में दंगा हुआ । उसके उपरांत हिन्दुओं को राबोडी (ठाणे) में रहना संकटकारी लगने से उन्होंने स्थानांतरण कर लिया । वहां के अनेक हिन्दुओं को अपने घर बेचने थे, तब भी उनके साथ लेन-देन करने में हिन्दू तैयार नहीं थे; इसलिए दंगे कराकर हिन्दुओं में भय उत्पन्न कर उन्हें राबोडी छोडने पर बाध्य करना और राबोडी क्षेत्र पर अपना आधिपत्य स्थापित करना, यह प्रयास हुआ ।

२. कल्याण एवं भिवंडी के दंगों के उपरांत उन क्षेत्रों में हिन्दुओं की बस्ती इसी प्रकार से हटाई गई ।