जिहादी आतंकवादी गतिविधियों के लिए छोटे बच्चों का उपयोग चिंताजनक !

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत का प्रतिपादन

भारत के राजदूत आर्. रविन्द्र

न्यूयॉर्क (अमरीका) – जिहादी आतंकवादी गतिविधियों में बच्चों की बढती भागीदारी पर भारत ने संयुक्त राष्ट्र में बोलते हुए चिंता व्यक्त की है । संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की उच्चस्तरीय बैठक में एक रिपोर्ट प्रस्तुत की गई । इसके अनुसार २५ प्रतिशत बच्चों की मृत्यु बारूदी सुरंगों के फटने, विस्फोटक उपकरणों और युद्ध के विस्फोटक अवशेषों के विस्फोटों के परिणामस्वरूप होती है ।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की उच्चस्तरीय बैठक में भारत के राजदूत आर्. रविन्द्र ने कहा कि वैश्विक महामारी के कारण पाठशालाएं बंद थीं । इसलिए आतंकवादी संगठनों ने आतंकवादी गतिविधियों के लिए छोटे बच्चों को शामिल कर लिया । ये संगठन बच्चों का ब्रेनवॉश करके उनका उपयोग आतंकवादियों को बचाने के लिए ढाल की तौर पर कर रहे हैं । बच्चों की रक्षा एवं आतंकवादियों का विरोध करने के लिए सदस्य देशों को अपने दायित्वों को पूर्ण करने की इच्छाशक्ति दिखानी चाहिए ।