निजामाबाद (तेलंगाना) में जिहादी आतंकी संगठन ‘पी.एफ.आई.’, कराटे प्रशिक्षण के नाम पर मुसलमानों को शस्त्र चलाने का प्रशिक्षण दे रहा है !

  • हिन्दुओं को लक्ष्य करने का प्रशिक्षण !

  • ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ के ३ नेता बंदी बनाए गए !

निजामाबाद (तेलंगाना) – निजामाबाद में पुलिस ने जिहादी उग्रवादी संगठन ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पी.एफ.आई.) के तीन नेताओं को बंदी बनाया है । तीनों ने मुस्लिम युवकों को कराटे प्रशिक्षण देने की आड़ में  शस्त्र  चलाने और लोगों पर आक्रमण करने का जिले में विभिन्न स्थानों पर शिविर का आयोजन कर प्रशिक्षण दिया था । पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इन युवकों को हिन्दुओं को लक्ष्य करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा था ।

१. इन तीनों जिहादियों के पास से भारी मात्रा में शस्त्रास्त्र हस्तगत किए गए हैं । इन शस्त्रों का उपयोग प्रशिक्षण शिविरों में किया जाता था । पुलिस ने कहा कि तीनों से पूछताछ करने के उपरांत ३० अन्य लोगों की जानकारी प्राप्त हुई है तथा उन्हें भी बंदी बनाया जाएगा।

२. पुलिस आयुक्त के.आर. नागराजू ने कहा कि कुछ वर्ष पूर्व  प्रतिबंधित किए गए संगठन ´सिमी´ के नेता पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया में सक्रिय हो गए हैं। विभिन्न स्थानों पर वे कराटे शिविर आयोजित करते हैं किन्तु कराटे का इससे कोई संबंध नहीं होता । इन शिविरों मे बड़ी संख्या में स्थानीय मुसलमान  युवाओं को आमंत्रित किया जाता है और उन्हें शस्त्र चलाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है । उन्हें सिखाया जाता है कि अन्य  धर्मावलंबियों पर कैसे आक्रमण कर अपना प्रभुत्व स्थापित किया जाता है ।

३. इन शिविरों  में इस्लाम और पैगंबर के संबंध  में आपत्तिजनक वक्तव्य देने वालों को सबक सिखाने का प्रशिक्षण  भी दिया जाता है । पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने पूरे देश में  ऐसे शिविरों का जाल स्थापित किया है । इनमें सहभागी होने वाले करीब २०० लोगों की जानकारी उजागर हुई है । इस विघातक विचार का प्रणेता ५२ वर्षीय अब्दुल कादिर है । वह मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में जा कर शिविरों के माध्यम से युवाओं का सांप्रदायिक बुद्धिभेद करता है ।

संपादकीय भूमिका

  • ऐसे विघातक प्रशिक्षण केंद्र का पता न लगना पुलिस के लिए अत्यंत लज्जास्पद है ! ‘पुलिस को इस बात का पता नहीं लगा या उसने अनदेखा किया ? , इस बिंदु का भी अन्वेषण होना चाहिए एवं वास्तविकता उजागर होनी चाहिए !
  • अभी और कितने बम विस्फोट, दंगे और हिन्दुओं की कितनी प्राण हानि होने पर ऐसे धर्मांध देशद्रोही आतंकी संगठनों न पर सरकार प्रतिबंध लगाएगी ?
  • इस घटना पर प्रगतिशील, साम्यवादी, कांग्रेसी आदि चुप क्यों हैं ?