‘यदि हिन्दू, मस्जिद के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, तो हम मंदिरों के सामने बैठे कर ध्वनिक्षेपक पर कुरान पढेंगे !’

समाजवादी पार्टी की नेता रुबीना खानम ने भरी फुफकार !

अलीगढ (उत्तर प्रदेश) – “मुसलमानों को कष्ट देने का प्रयत्न न करें ।” समाजवादी पार्टी की नेता रुबीना खानम ने चेतावनी दी कि, “यदि मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है, तो हमें भी मंदिरों के सामने बैठना होगा और ध्वनिक्षेपकों पर कुरान  पढना होगा और हम महिलाएं इसमें सबसे आगे होंगी ।” यहां के हिन्दू समर्थक संगठनों ने २१ चौकों पर ध्वनिक्षेपक लगाकर हनुमान चालीसा का पाठ करने की घोषणा की है । इसी पृष्ठभूमि के विरुद्ध खानम ने यह वक्तव्य दिया है ।

१. खानम ने आगे कहा, “जब रमजान का पवित्र महीना चल रहा है, तब हमें अपनी धार्मिक परंपराओं का पालन करने दें ।” (हिन्दुओं की धार्मिक शोभा यात्राओं के मस्जिदों के सामने से निकलते समय, उन्हें उनकी परंपराओं का पालन क्यों नहीं करने दिया जाता ? इन शोभा यात्राओं पर मस्जिदों से हिंसक आक्रमण क्यों किए जाते हैं ?’ क्या खानम इसका उत्तर देंगी ? – संपादक) “उसमें जिस प्रकार से व्यवधान उपस्थित किए जा रहे हैं, वह अयोग्य है । यदि मुसलमानों को लक्ष्य कर मस्जिदों से ध्वनिक्षेपक उतारने का प्रयत्न हुआ, तो सैकडों मुसलमान महिलाएं उसके विरुद्ध आंदोलन करेंगी !” खानम ने ऐसी धमकी भी दी है ।

२. “बीजेपी सरकार, मुसलमानों और हिन्दुओं को झगडने के लिए उकसा रही है ।” उन्होंने कहा कि, “यह वही सरकार है जो अपने स्वयं के आचरण एवं प्रथाओं को भूल गई है ।”

संपादकीय भूमिका

  • गत अनेक वर्षों से मस्जिदों पर अवैध ध्वनिक्षेपक के माध्यम से हिन्दुओं को दिन में ५ बार अजान सुनाई जा रही है । इतने पर उन्हें संतोष नहीं है ! अब उससे आगे बढकर धर्मांध कट्टरपंथियों का दुस्साहस यह है कि वो कहते हैं, ‘मंदिर के सामने कुरान पढेंगे ।’ सर्वधर्मीय सरकारी यंत्रणाओं के लिए यह लज्जास्पद है ! 
     
  • इतने वर्षों में पहली बार जब हिन्दू ‘मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे’, ऐसा कहते हैं, तो उन्हें कट्टरपंथियों से तत्काल प्रतिक्रिया मिलती है ; हिन्दुओं को इसका बोध कब होगा ?