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लक्ष्मणपुरी (लखनऊ, उत्तर प्रदेश) – यहां कम से कम २२ मस्जिदों ने होली के कारण अपनी शुक्रवार की नमाज का समय पुनर्निर्धारित करने का निर्णय लिया है । यहां अधिकांश मस्जिदों में, शुक्रवार की नमाज और खुतबा (प्रवचन) सामान्यत: अपरान्ह १२.३० बजे किया जाता है । इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया (आई.सी.आई.) के अनुसार, चूंकि इस वर्ष पूरे देश में होली और शब-ए-बारात एक ही दिन मनाई जाएगी, इसलिए, नगर की मस्जिदों ने अपरान्ह १:३० बजे के उपरांत शुक्रवार की नमाज आयोजित करने का निर्णय किया है । शब-ए-बारात एक मुसलमान त्योहार है, इसलिए इस दिन बडी संख्या में मुसलमान मस्जिद जाते हैं और नमाज पढते हैं । मुसलमानों की मान्यता है कि, यदि कोई इस दिन किए गए पापों के लिए सत्यनिष्ठा व प्रामाणिकता से क्षमा याचना करता है, तो अल्लाह उसको क्षमा प्रदान करते हैं ।
होली, जुमा और शब ए बरात एक साथ… लखनऊ के इन 22 मस्जिदों में नमाज का समय बदला @NavbharatTimes #Holi #Holi2022 #holikadahan https://t.co/mEVKapbWvt
— NBT Uttar Pradesh (@UPNBT) March 17, 2022
१. नमाज का समय परिवर्तित करने वालों में, ऐशबाग ईदगाह की जामा मस्जिद, अकबरी गेट की मीनारा मस्जिद, शाहमीना शाह मस्जिद सम्मिलित हैं ।
२. मौलाना राशिद, आई.सी.आई. नेता और ऐशबाग ईदगाह के इमाम ने सुझाव दिया था, कि होली के दिन किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए, मस्जिदों को अपनी प्रार्थना का समय बदलना चाहिए ।
३. चूंकि शब-ए-बरात भी होली के दिन ही पडता है, इसलिए मौलवियों ने मुसलमानों को कार्यक्रम समाप्त होने के उपरांत ही मस्जिद और अपने प्रियजनों की कब्रों पर जाने का परामर्श दिया है । मुसलमानों को परामर्श दिया गया है, कि वे घर से दूर मस्जिदों में जाने के बजाय, अपनी स्थानीय मस्जिदों में नमाज पढें ।