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गुवाहाटी (असम) – बांगलादेश के अल्पसंख्यक हिन्दुओं के लिए वर्ष २०२१ यह वर्ष डर का, हत्याओं का, खून का और आंसुओं का था । अक्टूबर २०२१ में दुर्गापूजा के समय हिन्दुओं पर बडे प्रमाण में हुए अत्याचार विश्व ने देखे । धर्मांधों ने हिन्दुओं के मंदिरों पर और दुर्गादेवी के मंडप पर आक्रमण किए । ‘बांगलादेश जाति या हिन्दू मोहजोत’ (बांगलादेश राष्ट्रीय हिन्दू संगठन) संगठन ने वर्ष २०२१ में अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर अत्याचारों का क्रम घोषित किया है । उस अनुसार धर्मांधों ने वर्ष २०२०-२१ में ३०१ हिन्दुओं की हत्या की । वर्ष २०२० में १४९, तो वर्ष २०२१ में १५२ लोग मारे गए । धर्मांधों की भीड ने हिन्दुओं पर १ सहस्र ८९८ बार आक्रमण किए । यह संख्या पिछले वर्षों की तुलना में ३०० प्रतिशत से अधिक है ।
१. वर्ष २०२० और २०२१ में कुल २५५ हिन्दुओं का अपहरण किया गया । उसमें से वर्ष २०२१ का आंकडा यह १५१ है । अपहरण हुए लोगों में से ८० प्रतिशत लडकियां अथवा महिलाएं थी ।
२. धर्मांधों ने वर्ष २०२१ में २ सहस्र १३० हिन्दू देवताओं की मूर्तियों की तोडफोड की । यह संख्या वर्ष २०२० की तुलना में ५०० प्रतिशत (५ गुना) अधिक है ।
३. वर्ष २०२१ में २७३ मंदिरों पर आक्रमण किए गए, जो वर्ष २०२० की तुलना में ७०० प्रतिशत बढी है ।
४. धर्मांधों ने वर्ष २०२१ में ३ सहस्र २५६ हिन्दू परिवारों को लूटा, जो वर्ष २०२० की तुलना में ५०० प्रतिशत बढी है ।
५. वर्ष २०२१ में १ लाख २३ सहस्र से अधिक परिवारों ने प्रविष्ट किया है कि, देश में धर्मांधों के समूहों की धमकियों के कारण उनको असुरक्षित लग रहा है, जो पिछले वर्ष की तुलना में २० गुना से अधिक है ।
६. केवल इस एक वर्ष में धर्मांधों के आक्रमण में लगभग १ लाख ३५ सहस्र से अधिक घर, मंदिर और व्यवसाय की हानि हुई है ।
७. वर्ष २०२१ में बांगलादेश में ४६ हिन्दू महिलाओं पर बलात्कार किया गया और ४११ से अधिक हिन्दू महिलाओं का विनयभंग अथवा उनके ऊपर शारीरिक आक्रमण किए गए ।
८. धर्मांधों की ओर से ३२ हिन्दुओं को गोमांस खाने को विवश किया गया ।
९. वर्ष २०२१ में लगभग ९ सहस्र हिन्दू परिवारों को धर्मांधों ने बांगलादेश छोडने के लिए विवश किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में ५ गुना अधिेक है ।
१०. कुल मिलाकर धर्मांधों के समूहों द्वारा किए आक्रमणों के कारण इस वर्ष हिन्दू समाज की लगभग १ सहस्र १४६ करोड रुपयों की हानि हुई है ।