‘गुजरात में सभी मस्जिदों पर लगे हुए ध्वनि-विस्तारक यंत्र बंद कर दिए जाएंगे !’ यह चेतावनी के बाद सूचना पत्र वापस

बनासकांठा (गुजरात) स्थित शक्तिपीठ अंबाजी मंदिर की हवन शाला पर लगे ध्वनि-विस्तारक यंत्र हटाने के संबंध में प्रशासन का नोटिस !

  • साहस हो, तो सबसे पहले मस्जिदों पर लगे ध्वनि-विस्तारक यंत्रों को बंद करें । तदोपरांत, हिन्दू स्वयं ही मंदिरों के ऊपर लगे हुए ध्वनि-विस्तारक यंत्रों को निकाल देंगे ! – संपादक

  • गुजरात में बीजेपी सत्ता में होते हुए हिन्दुओं को अपेक्षा नहीं है, कि शक्तिपीठ मंदिर की हवन-शाला पर लगे ध्वनि-विस्तारक यंत्रों को उतारने का सूचनापत्र हिन्दुओं को भेजा जाएगा ! – संपादक
अंबाजी मंदिर

बनासकांठा (गुजरात) – प्रशासन ने यहां के ५१ शक्तिपीठों में से एक, अंबाजी मंदिर स्थित हवन शाला पर लगे ध्वनि-विस्तारक यंत्र को हटाने के आदेश को वापस ले लिया है । प्रशासन ने एक सूचना पत्र जारी कर कहा था, कि ध्वनि-विस्तारक यंत्रों को हटाया जाना चाहिए, क्योंकि उनसे होने वाले ध्वनि प्रदूषण क्षेत्र के नागरिकों को प्रभावित कर रहा है । किन्तु, कच्छ संत समाज के अध्यक्ष योगी देवनाथ द्वारा चेतावनी दिए जाने के बाद सूचना को वापस ले लिया गया । योगी देवनाथ ने प्रशासन द्वारा भेजे गए एक पत्र के साथ ट्वीट किया था, “यदि प्रशासन इस आदेश को वापस नहीं लेता है, तो गुजरात में सभी मस्जिदों पर लगे हुए ध्वनि-विस्तारक यंत्र बंद कर दिए जाएंगे ।”

मंदिर की हवन शाला में १४ स्थानों पर यज्ञ और हवन किया जाता है । प्रशासन ने कहा था, कि लोगों का कहना है कि उनकी ध्वनि से कष्ट होता  है, क्योंकि एक ही समय में कई जगहों पर यज्ञ और हवन होता है ।