बिपिन रावत का पार्थिव पंचतत्व में विलीन

  • १७ तोपों की सलामी

  • रक्षामंत्री, वर्तमान और पूर्व सेना के अधिकारी उपस्थित

(सीडीएस – चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ – तीनों सेनाओं के प्रमुख)

नई दिल्ली – बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत इनके पार्थिव देह का यहां के कैंटोनमेंट परिसर के ब्ररार स्वेअर में शासकीय सम्मान में अंतिम संस्कार किया गया । इस समय उनके सम्मान में १७ तोपों की सलामी दी गई । अंतिम संस्कार के समय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंधामी, अन्य मंत्री, साथ ही थल सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे, नौ सेना प्रमुख हरि कुमार, वायु सेना प्रमुख वी.आर. चौधरी, अन्य ज्येष्ठ वर्तमान और पूर्व सैन्याधिकारी उपस्थित थे । रावत की पुत्रियां तारिणी और कृतिका ने पार्थिव देह को अग्नि दी ।

इसके पूर्व रावत दंपत्ति की अंतिम यात्रा शंकर विहार उनके निवास स्थान से निकाली गई । १२ किलोमीटर लंबी इस अंतिम यात्रा के समय रास्तों पर बडी संख्या में जनता ने उपस्थित रहकर श्रद्धांजली दी । अनेकों ने इस दंपत्ति के पार्थिव देह पर पुष्प वर्षा की । इस समय नागरिकों द्वारा ‘भारत माता की जय’ ऐसे नारे दिए जा रहे थे । अनेक यात्री संपूर्ण यात्रा में सहभागी हुए थे । अनेका ने राष्ट्रध्वज हाथ में लिया था ।

जनरल रावत और अन्य सैनिकों के विषय में देशभर के नागरिकों की ओर से भावपूर्ण श्रद्धांजली

जनरल रावत और अन्य १३ लोगों निधन के विषय में भारतीयों में दु:ख के साथ सम्मान की भावना पिछले २ दिनों में दिखाई दी । अनेक स्थानों पर नागरिकों ने इन सभी को भावपूर्ण श्रद्धांजली अर्पित की । तमिलनाडु के सुलूर सेना के बेस इन सभी के मृतदेह एम्ब्यूलेंस से ले जाते समय नागरिकों ने रास्ते के दोनों ओर खडे होकर पुष्पवृष्टि करने का विडीओ सोशल मीडिया पर बडे पैमाने पर देशभर में प्रसारित हुआ ।