भारत से नहीं, अपितु, आंतरिक धार्मिक कट्टरपंथियों से पाकिस्तान को संकट है ! – पाकिस्तान के मंत्री का कथन

देर से ही सही, पाकिस्तान समझा तो ! संकट किससे है ! किन्तु, वह इस धार्मिक कट्टरता के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं कर सकता ; यह भी उतना ही सत्य है !- संपादक

पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी

इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – “हमें भारत से कोई संकट नहीं है । हमारे पास विश्व की छठी सबसे बडी सेना है । हमारे  पास परमाणु बम  है। भारत हमारा सामना नहीं कर सकता । हमें यूरोप से भी कोई संकट नहीं है । किन्तु, आज हम सबसे बडे संकट का सामना कर रहे हैं ।” पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि, “यह हमारे भीतर है, यानी पाकिस्तान के भीतर ही है ! यह है धार्मिक कट्टरतावाद ।”

फवाद चौधरी ने आगे कहा कि, “मदरसों में ही नहीं, अपितु, विद्यालयों तथा महाविद्यालयों में भी छात्रों को धार्मिक कट्टरतावाद के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है । १९८० और ९० के दशक में जो शिक्षक नियुक्त किए गए, वह एक षड्यंत्र था । वह छात्रों को कट्टरतावाद की शिक्षा देने का प्रयास था । सामान्य विद्यालयों और महाविद्यालयों  के छात्रों को कुछ कट्टरपंथी चर्चित घटनाओं में सम्मिलित पाया गया । कट्टरतावाद को नियंत्रित करने के लिए उठाए गए कदम पर्याप्त नहीं हैं । केंद्र और राज्य सरकारें इस संकट का सामना करने के लिए तैयार नहीं हैं । तहरीक-ए-लब्बैक के साथ हुए विवाद ने सरकार को एक कदम पीछे हटने के लिए विवश कर दिया । कट्टरतावाद एक ‘टाइम बम’ की तरह है । इस्लाम या किसी अन्य धर्म का कट्टरतावाद से कोई लेना-देना नहीं है ।”