स्मरण रहे, कि जीवन के उद्देश्य के संबंध में लोगों को शिक्षित न करने और समाज को सुखी जीवन जीने के लिए अनुकूल परिस्थिति निर्माण न करने के कारण होने वाली इन आत्महत्याओं के लिए, अब तक के सभी शासक उत्तरदायी हैं ! – संपादक
नई देहली – राष्ट्रीय अपराध पंजीकरण विभाग के नवीनतम आंकडों के अनुसार, २०१९ की तुलना में गत एक वर्ष में आत्महत्या करने वालों की संख्या में १० प्रतिशत की वृद्धि हुई है । वर्ष २०२० में, देश में कुल १ लाख ५३ हजार ५२ लोगों ने आत्महत्या की थी । पारिवारिक समस्याएं और रोग इसके मुख्य कारण हैं, जो लोगों को ऐसे अवांछित अंतिम कदम उठाने के लिए बाध्य करते हैं ।
Suicides up 10% in Covid-hit 2020 https://t.co/MjQgU5FOgM
— TOI India (@TOIIndiaNews) October 28, 2021
देश के ५३ नगरों में से, दिल्ली में सबसे अधिक, ३,०२५ आत्महत्याएं हुई हैं । चेन्नई में २,४३०, बैंगलुरु में २,१९६ और मुंबई में १,२८२ हैं । ५३ नगरों के कुल प्रकरणों में से ३७.४ प्रतिशत प्रकरण इन ४ नगरों में पाए गए । २०१९ की तुलना में, चेन्नई में २०२० में आत्महत्याओं में नगण्य गिरावट देखी गई, जबकि दिल्ली में २४.८ प्रतिशत, बैंगलुरु में ५.५ प्रतिशत और मुंबई में ४.३ प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है ।