काश्मीर में हिन्दुओं की हत्या और सैनिकों के शहीद होने की पृष्ठभूमि पर मांग !
नई दिल्ली – जम्मू-काश्मीर के पाक पोषित आतंकवादियों की ओर से पिछले कुछ दिनों में हिन्दू और सिखों को लक्ष्य कर उनको जान से मारा गया । आतंकवादियों से हुई मुठभेड में ९ से अधिक भारतीय सैनिक शहीद भी हो गए हैं । इस पृष्ठभूमि पर आगामी २४ अक्टूबर के दिन होने वाला ‘टी-२०’ विश्वकप क्रिकेट प्रतियोगिता का भारत-पाकिस्तान के बीच के मुकाबले को रद्द करने की मांग की जा रही है । काश्मीर में मारे गए हिन्दुओं के रिश्तेदारों ने यह मांग की है । साथ ही बिहार में बेगूसराय के भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी यह मैच खेलने के विषय में पुनर्विचार करने की मांग की है । बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के नेता ताराकिशोर प्रसाद ने भी भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच को रद्द करने की मांग की है ।
#BREAKING | Demand to call off India-Pakistan T20 World Cup match grows; AAP, AIMIM joins chorus to boycott match; tap for more updates https://t.co/oefJxIhn1D pic.twitter.com/10HFVCbTlt
— Republic (@republic) October 19, 2021
क्रिकेट मैच रद्द करें और देश का सम्मान बचाएं ! – डॉ. सुब्रह्मण्यम् स्वामी
भाजपा सांसद और वरिष्ठ नेता डॉ. सुब्रह्मण्यम् स्वामी ने भी इस मैच का विरोध किया है । डॉ. स्वामी ने ट्वीट कर कहा, ‘आतंकवाद के विक्रेता पाक के साथ क्रिकेट मैच खेलने की क्या आवश्यकता है ? बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के) जय शाह को यह ज्ञात है कि, उनके पिता (अमित शाह) गृहमंत्री के तौर पर क्या उपदेश कर रहे हैं ? सट्टेबाजी से पैसा कमाने वाला दुबई के ‘डॉन्स’ के लिए (कुख्यात गुंडों के लिए) क्रिकेट खेलना अनिवार्य है । इस कारण यह क्रिकेट मैच रद्द करें और देश का सम्मान बचाएं !’
सीमा पर सैनिक शहीद होते हुए पाक के साथ क्रिकेट खेलेंगे ? – असदुद्दीन ओवैसी
भाग्यनगर (तेलंगाना) – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात का मुख्यमंत्री रहते समय उस समय के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को कहा था, ‘सैनिक मर रहे हैं और मनमोहन सिंह सरकार आतंकवादियों को बिरयानी खिला रही है ।’ अब काश्मीर में ९ सैनिक शहीद हुए हैं और आप ‘टी-२०’ मैच खेलेंगे ? काश्मीर में पाकिस्तान भारतीयों की जान से खेल रहा है’, ऐसी टिप्पणी एम्.आई.एम्. के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक सभा में की ।
(कहते हैं) ‘अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के कारण (‘आईसीसी’ के कारण) भारत-पाक मुकाबला रद्द नहीं किया जा सकता !’ – बीसीसीआईअंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की अपेक्षा (‘आईसीसी’ की अपेक्षा) अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का पद बडा है और उसका प्रयोग कर भारत आईसीसी को बोल सकता है और मैच रद्द करने के लिए बाध्य कर सकता है; लेकिन बीसीसीआई की इच्छाशक्ति ही नहीं है और इस मैच से अरबों रुपए बीसीसीआई और अन्य संगठनों को मिलने से मैच रद्द करने का नकारा जा रहा है, यही सत्य है ! इस कारण अब केंद्र सरकार को हस्तक्षेप कर हिन्दुओं और सैनिकों की प्रतिष्ठा रखनी चाहिए, ऐसा हिन्दुओं को लगता है ! भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के (बीसीसीआई के) उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने मैच रद्द करने की मांग कर कहा, ‘काश्मीर में होने वाली हत्याएं दु:खद हैं, हम उसका विरोध करते हैं । भारत-पाकिस्तान मैच का जो प्रश्न है, वो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अंतर्राष्ट्रीय समझौते के अंतर्गत है । इसमें किसी भी देश के साथ खेलने से मना नहीं कर सकते । आईसीसी के मैच खेलने पडते हैं ।’ (देश बडा है या क्रिकेट, यह भी न समझने वाला बीसीसीआई ! आज भारत के कारण ही आईसीसी को अधिकांश निधि मिलती है । इस आर्थिक उत्पत्ति को देश हित के लिए प्रयोग नहीं करेंगे, तो कब करेंगे ? दूसरी ओर काश्मीरी हिन्दुओं के नरसंहार के विषय को विश्व स्तर पर ले जाने का योग्य अवसर है । जिहादी आतंकवाद और उसको पोसने वाले पाकिस्तान को उजागर करने का यह कूटनीतिक अवसर है।भारत को खेलना चाहिए, ऐसा ही हिन्दू धर्म और राष्ट्र प्रेमी जनता को लगता है । – संपादक) |