ओडिशा में हिन्दुओं का धर्मांतरण करने वाले ईसाई धर्मप्रचारक को गांव में प्रवेश करने पर प्रतिबंध !

धर्मांतरण रोकने के लिए हिन्दुओं का प्रशंसनीय कार्य ! हिन्दू समाज सतर्क और जागरूक हो जाए, तो ईसाई धर्मप्रचारकों की हिन्दुओं का धर्मांतरण करने की चाल विफल करना संभव है, यह ध्यान रखें ! – संपादक


सुंदरगढ (ओडिशा) – यहां के तंगरदीही गांव में ईसाई धर्मप्रचारकों के गांव प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है । ग्रामीणों ने यह निर्णय एक ईसाई धर्मप्रचारक की हिन्दुओं को धर्मांतरित करने की चाल विफल करने के लिए लिया है ।

स्थानीय लोगों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बार-बार विरोध के पश्चात भी महेंद्र साहू नामक ईसाई धर्मप्रचारक तंगरदीही गांव में हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन कराने के लिए निरंतर आ रहा था । (धर्मांतरित हिन्दू अपना हिन्दू नाम परिवर्तित नहीं करते हैं । उनका उद्देश्य होता है, उनके लिए हिन्दू समाज में जाकर अन्य हिन्दुओं को धर्मांतरित करना सुलभ हो ! – संपादक) इसे ध्यान में लेते हुए हिन्दू ग्रामीणों ने ग्राम वासियों की बैठक बुलाई । इसमें साहू से शपथ पत्र ही लिखवा कर लिया कि, ‘मैं पुनः गांव नहीं आऊंगा ।’ सुंदरगढ जनपद सदैव ही हिन्दुओं के धर्म परिवर्तन के लिए ईसाई धर्मप्रचारकों का लक्ष्य रहा है । विश्व हिन्दू परिषद के जनपद सचिव रामचंद्र नाइक ने कहा है कि, ‘राज्य में धर्मांतरण विरोधी कानून होते हुए भी, राज्य सरकार द्वारा इस संदर्भ में उचित कार्यवाही नहीं हो रही है।’ (जब धर्मांतरण विरोधी कानून होते हुए भी, ईसाई धर्मप्रचारक हिन्दुओं को धर्मांतरित करने का प्रयास करते हैं, इसका अर्थ यही समझ में आता है कि, उन्हें कानून का भय नहीं है ! इसके लिए इस कानून को प्रभावी पद्धति से लागू नहीं करने वाला बीजू जनता दल सरकार उत्तरदायी है ! – संपादक)