जम्मू-कश्मीर से भारतीय सेना हटाई गई, तो वहां तालिबानी शासन आएगा ! – ब्रिटीश सांसद बॉब ब्लैकमैन

ब्रिटेन की संसद में कश्मीर के मानवाधिकारों पर चर्चा ! : भारत का आक्षेप

  • जो बात ब्रिटेन के सांसद की समझ में आती है, वह भारत के धर्मनिरपेक्षतावादियों और आधुनिकतावादी विचारधारावाले राजनेताओं और उनके दलों की समझ में क्यों नहीं आती ?- संपादक
  • कश्मीर भारत का अभिन्न अंग होते हुए भी अपनी संसद में उस पर चर्चा करने का अधिकार ब्रिटेन को किसने दिया ? कल यदि भारत की संसद में ब्रिटेन के विवादित विषयों पर चर्चा की, तो क्या वह ब्रिटेन को चलेगा ?- संपादक
ब्रिटीश सांसद बॉब ब्लैकमैन

लंडन (इंग्लैंड) – ब्रिटेन के सांसद बॉब ब्लैकमैन ने यह वक्तव्य देते हुए कहा कि यदि जम्मू-कश्मीर से भारतीय सेना हटाई गई, तो वहां तालिबानी शासन आएगा । ब्रिटीश सांसद के नीचले सदन हाऊस ऑफ कॉमन्स में कश्मीर के विषय पर हुई चर्चा में वे ऐसा बोल रहे थे । वहां के ‘सर्वदलीय संसदीय समूह’ ने (ऑल पार्टी पार्लियामेंटरी ग्रुप ने) कश्मीर के मानवाधिकारों पर चर्चा करने का प्रस्ताव रखा था । इस समय सांसद डेबी अब्राहम और पाकिस्तानी वंश की सांसद यास्मिन कुरैशी ने भी अपने विचार रखे । इस प्रस्ताव पर आधारित चर्चा में २० सांसदों ने अपने विचार रखे । भारत ने इस प्रस्ताव पर आपत्ति दर्शाई है ।

१. ब्लैकमैन ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर से यदि भारतीय सेना को हटाया गया, तो इस्लामी शक्तियां अफगानिस्तान की भांति कश्मीर में लोकतंत्र को समाप्त कर देंगी । उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है ।

२. लेबर दल के सांसद बैरी गार्डिनर ने कहा कि पाकिस्तान आतंकियों को आश्रय देता है । वहां उनके प्रशिक्षण शिविर कार्यरत हैं । पाकिस्तान और उसका गुप्तचर संगठन आई.एस्.आई. ने तालिबानियों को भी शरण दी है ।