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तालिबान, यह एक आतंकवादी संगठन होने के कारण उसके खातें बंद करने की अपेक्षा, उसके विरुद्ध संघर्ष करने वाले सालेह के खातें बंद करके, ट्विटर ने अपनी मानवता विरोधी मानसिकता दिखाई है । संपूर्ण संसार के मानवता वादियों को ट्विटर का ही बहिष्कार करने का समय अब आ गया है ! – संपादक
नई दिल्ली – अफगानिस्तान के प्रभारी राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के सभी ट्विटर खातें ट्विटर द्वारा बंद कर दिए गए हैं । सालेह वर्तमान में तालिबान के नियंत्रण में गए अफगानिस्तान को मुक्त कराने के लिए सेना को संगठित कर रहे हैं । वे वर्तमान में पंजशीर प्रांत में है, जिसे अभी तक तालिबान अपने नियंत्रण में नहीं कर सका है ।
Twitter refuses to remove accounts of Islamist group Taliban, claims will ‘ensure’ it follows ‘rules’https://t.co/b1r25jlzzY
— OpIndia.com (@OpIndia_com) August 19, 2021
यद्यपि, ट्विटर ने सालेह के खाते पर प्रतिबंध लगा दिया है, किंतु, कई तालिबान आतंकवादियों के ट्विटर खातें अभी भी चालू हैं । ये प्रतिबंधित नहीं किए गए हैं । तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद का खाता अभी भी चालू है तथा उनके ३ लाख से अधिक अनुयायी हैं । एक अन्य प्रवक्ता, सुहैल शाहीन के खाते के भी ३ लाख से अधिक अनुयायी हैं ; जबकि युसूफ अहमदी के खाते के ६० सहस्र अनुयायी हैं । ट्विटर ने कहा है, ‘हम तालिबान के खातों पर निरंतर ध्यान रखे हुए हैं ।’ सीमा का उल्लंघन करने पर उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी ।
फेसबुक एवं यूट्यूब ने तालिबानियों के खातों पर ‘तालिबान आतंकवादी संगठन है’, ऐसा कहते हुए इसके पूर्व ही प्रतिबंध लगा दिया है ।