वेल्लोर (तमिलनाडु) में वैक्सिनेशन शिविर के लिए आए दल की ईसाई महिला डॉक्टर का मंदिर में चप्पल पहनकर प्रवेश !

  • गांववालों का वैक्सिनेशन करवाने का विरोध !

  • ईसाई महिला डॉक्टर के मंदिर से बाहर निकलने पर गांववालों ने लिया वैक्सिन !

  • मुसलमानों की मस्जिद के नियम तोडने का साहस ईसाई महिला डॉक्टर कर सकती है क्या ? हिन्दुओं के मंदिर में चप्पल पहनकर प्रवेश करने का साहस हिन्दू धर्माभिमानशून्य होने से किया जा सकता है, यह ध्यान में लें ! – संपादक

  • हिन्दू सर्वधर्म समभाव के अनुसार व्यवहार करने का प्रयास करते हैं, तो अन्य धर्म वाले हिन्दुओं का अपमान करते हैं और दिखाते भी हैं ! – संपादक

वेल्लोर (तमिलनाडु) – यहां के पोगोई गांव में मुथलम्मन मंदिर परिसर में कोरोना वैक्सिनेशन शिविर का आयोजन किया गया था । इसके लिए आए डॉक्टरों के दल की ईसाई महिला हॉक्टर रेजिना ने गांववालों के बताने पर भी मंदिर में जाते समय चप्पल नहीं निकाली । इस कारण रुष्ट गांववालों ने वैक्सिनेशन के लिए आए दल का विरोध करते हुए वैक्सिन लेने से मना कर दिया । ‘जबतक डॉ. रेजिना मंदिर से बाहर नहीं जाती, तब तक वैक्सिन नहीं लेंगे’, ऐसा गांववालों के कहने पर डॉ. रेजिना के मंदिर से बाहर जाने पर गांववालों ने वैक्सिन ली ।

१. डॉ. रेजिना को गांववालों ने चप्पल निकालने के लिए बताने पर उन्होंने कहा, ‘‘ चप्पल निकालकर अंदर जाएं ऐसा कहीं भी लिखा नहीं है‘ । (चर्च में जाने पर ‘यहां प्रार्थना करें’ इस आशय की सूचना लिखी होती है क्या ? जैसे चर्च में जाने पर कुछ अलिखित नियमों का पालन करना पडता है, उसी अनुसार मंदिर में भी पालन करने होते हैं; लेकिन धर्मांध ईसाई डॉक्टर हिन्दू द्वेष के चलते ऐसे कारण दे रही हैं, यह ध्यान दें ! – संपादक) कोरोना के डर के कारण मैं चप्पल नहीं निकालूंगी ।’’ गांववालों ने यह मानने से नकार दिया ।

२. इस समय हिन्दू शिव मोर्चा के नेता आदि  भी उनके समर्थकों के साथ घटना स्थल पर पहुंचे । इसके बाद भी डॉ. रेजिना चप्पल निकालने के लिए तथा मंदिर से बाहर निकलने की तैयारी में नहीं थी । इसके बाद अन्य डॉक्टर और नर्स द्वारा गांववालों से क्षमा मांगने के उपरान्त गांववालों ने वैक्सिन ली ।