भोपाल (मध्य प्रदेश) – देश को स्वतंत्रता मिलने के बाद अर्थ व्यवस्था को कमजोर करते हुए मंहगाई बढाने का श्रेय किसी को देना चाहिए, तो वह नेहरु परिवार को । मंहगाई एक या दो दिनों में नहीं बढती है । अर्थव्यवस्था की नींव एक या दो दिनों में नहीं बनाई जाती है । नेहरु द्वारा १५ अगस्त १९४७ के दिन लाल किले से भाषण देते समय की गई गलतियों के कारण ही देश की अर्थ व्यवस्था नीचे गिरी है । इसके विपरीत भाजपा कार्यकाल में महंगाई कम होकर लोगों की आय दोगुनी हुई है, ऐसा दावा मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार के वैद्यकीय शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने किया है । वे भोपाल में मीडिया से बात कर रहे थे ।
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के साल 1947 के एक बयान को देश की वर्तमान हालत से जोड़ने वाले बयान पर विवाद जारी है#JawaharlalNehru #Vishwassaranghttps://t.co/5Y8MTkGK4l
— Zee News (@ZeeNews) August 1, 2021
शसारंग ने आगे कहा कि, भारत की अर्थ व्यवस्था खेती पर निर्भर होने के कारण नेहरु ने इस ओर ध्यान नहीं दिया । ७० प्रतिशत जनसंख्या खेती पर निर्भर होने पर भी नेहरु ने इस क्षेत्र की चिंता भी नहीं की । ग्रामीण अर्थव्यवस्था आत्मनिर्भर और टिक कर रहने वाली थी । नेहरु ने उन पर पश्चिमी विचारधारा लादी और ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को समाप्त कर दिया । वर्तमान स्थिति के लिए नेहरु की गलत नीतियां उत्तरदाई हैं । उद्योग बढने चाहिए थे; लेकिन मूल आधार खेती होना आवयक था ।