प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह समेत अन्य की अभद्र भाषा में आलोचना करने वाला ले पादरी का बनाया बंदी !

अब तक संसार में वासनांध पादरी रियों के दुष्कर्म सामने आ रहे थे । अब यह सामने आ रहा है कि, ऐसे पादरी भी हैं, जो ईर्षा-द्वेश से ग्रस्त हो अपमानास्पद वक्तव्य देते हैं। अब यह सामने आ रहा है कि ईर्षा-द्वेशसे ग्रस्त हो कर अपमानास्पद वक्तव्य देनेवाले पादरी भी हैं । क्या तथाकथित आधुनिकतावादी और धर्मनिरपेक्षतावादी इस विषय में कुछ बोलेंगे ?

पाद्री जॉर्ज पोन्नैया

कन्याकुमारी (तमिलनाडु) – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य नेताओं के विरुद्ध द्वेषपूर्ण और भड़काऊ वक्तव्य देने के आरोप में रोमन कैथोलिक पादरी जॉर्ज पोन्नैया को पुलिस ने बंदी बनाया है । पोन्नैया ‘ जनन्याग क्रिस्थुवा पेरवई अमाईपु’ नामक संस्था का सलाहकार भी है। उसने कन्याकुमारी के अरुमनई नगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए हिंदू विरोधी वक्तव्य भी दिए थे। उसके वक्तव्य का व्हीडिओ प्रसारित होने के उपरांत, पादरी के विराधे में आरोप लगाए जाने पर पुलिस ने कार्रवार्इ की । उसने कार्रवाई के से पूर्व अपने वक्तव्य पर क्षमायाचना करने का प्रयत्न किया था। उसने कुछ मास पूर्व राज्य विधानसभा चुनाव के समय द्रविड़ मुन्नेत्र कळघम पक्ष का प्रचार भी किया था।

जॉर्ज पोन्नैया द्वारा दिए गए आपत्तिजनक वक्तव्य

१. मैं लिखकर देता हूं कि नरेंद्र मोदी के अंतिम दिन दयनीय होंगे। हम जिस भगवान की पूजा करते हैं, वह वास्तव में जीवित होगा, तो इतिहास देखेगा कि मोदी और अमित शाह के सड़े हुए शरीर कुत्ते और कीड़े खाएंगे।

२. राज्य के नारकोली से भाजपा विधायक एम.आर. गांधी को संबोधित करते हुए पोन्नैया ने कहा था कि भारत माता को दु:ख न हो इसलिए गांधी चप्पल नहीं पहनते थे, किन्तु हम चप्पल इसलिए पहनते हैं जिससे भारतमाता के कारण हमें कोई बीमारी न हो और हमारे पैर गंदे न हों।

. विधानसभा चुनाव में ‘द्रविड़ मुन्नेत्र कळघम’ की विजय ईसाइयों और मुसलमानों द्वारा दी गई भीख है।

(नोट: हम पादरी पोन्नैया का यह वक्तव्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं, बल्कि जानकारी के लिए प्रकाशित कर रहे हैं।)