परात्पर गुरु डॉक्टर आठवलेजी के ओजस्वी विचार

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होने हेतु हमारा भक्त बनना आवश्यक है !

(परात्पर गुरु) डॉ. आठवले

‘श्रीराम स्वयं ईश्वर के अवतार थे । पांडवों के समय पूर्ण अवतार श्रीकृष्ण थे । छत्रपति शिवाजी महाराज के समय समर्थ रामदास स्वामी थे । इससे ध्यान में आता है कि ईश्वरीय राज्य की स्थापना ईश्वर स्वयं करते हैं अथवा संतो से करवाते हैं । ‘अब हिन्दू राष्ट्र की स्थापना ईश्वर करें अथवा संतो से करवा लें’, इसके लिए हमें उनका भक्त बनना आवश्यक है । – (परात्पर गुरु) डॉ. आठवले