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भेंडवल (बुलढाणा) — युद्ध जैसे वातावरण के कारण देश के प्रधानमंत्री पर भारी मानसिक दबाव रहेगा । देश की आर्थिक स्थिति पर भी प्रभाव पडेगा । विदेशी शक्तियों की ओर से चिंता बढ़ेगी । मंदी तथा प्रलय का भय बना रहेगा । फिर भी पड़ोसी देशों के साथ युद्ध की संभावना कम है, लेकिन यदि युद्ध हुआ, तो वह तीसरे विश्वयुद्ध जैसा विनाशकारी हो सकता है ।
यह भविष्यवाणी सारंगधार महाराज एवं पुंजाजी महाराज (चंद्रभान महाराज के वंशज) ने १ मई को की । इस अवसर पर बुलढाणा जिले के अतिरिक्त जलगांव, खानदेश तथा मध्य प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों से बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे ।
भविष्यवाणी में कहा गया है कि
१. वर्षा का पहला महीना तथा उसके उपरांत के तीन महीने अच्छे रहेंगे । भारी मात्रा में बिना ऋतु के वर्षा होगी । इसलिए किसानों को पहले महीने में बीज बोने की शीघ्रता नहीं करनी चाहिए ।
२. इस वर्ष फसलों की स्थिति औसत रहेगी, फसलों का घाटा अधिक होगा ।
३. देश में रोगों का प्रकोप अधिक रहेगा ।
४. बिना मौसम की वर्षा से गेहूं, ज्वार, चावल तथा अन्य फसलों को घाटा होगा ।
५. देश का राजा (प्रधानमंत्री) अपने पद पर बना रहेगा ।
६. पाकिस्तान के साथ मौखिक संघर्ष असली युद्ध में बदलने की संभावना बहुत अल्प है, लेकिन अगर युद्ध हुआ, तो वह महायुद्ध के समान होगा ।