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ढाका (बांग्लादेश) – बांग्लादेश में एक बडे राजनीतिक परिवर्तन की अपेक्षा है। राजधानी ढाका सहित सभी प्रमुख नगरों में बडी संख्या में सैनिकों को तैनात किया जा रहा है। वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने भी एक बैठक की है। इससे अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस की सरकार को हटाने और सेना को स्वयं सत्ता सौंपने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। मुहम्मद युनुस जब चीन का दौरा करेंगे, तब सत्तांतर संभव है, ऐसी अटकलें भी लगाई जा रही हैं। मोहम्मद यूनुस और बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकार उज जमान ने अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
🚨 Major Alert for Muhammad Yunus! 🚨
Reports of a coup against him are gaining traction! ⚠️
🔴 Bangladesh Army Chief Waker-Uz-Zaman has held an emergency meeting, hinting at major upheavals ahead!
Is a power shift imminent?
PC; @ITGGlobal pic.twitter.com/rEors4G7p8
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) March 25, 2025
१. सेना प्रमुख वकार उज जमान के नेतृत्व में सेना ने २४ मार्च को एक आपातकालीन बैठक की। बैठक में ५ लेफ्टिनेंट जनरल, ८ मेजर जनरल (जी.ओ.सी.), स्वतंत्र ब्रिगेड के कमांडिंग ऑफिसर और सेना मुख्यालय के अधिकारियों सहित शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने भाग लिया। सूत्रों ने दावा किया है कि इस बैठक में आतंकवादी आक्रमणों के खतरे पर भी चर्चा हुई। सेना प्रमुख ने सुरक्षा बढाने का आदेश दिया।
२. विगत कुछ दिनों में ढाका पूरी तरह से सैन्य नियंत्रण में आ गया है। सैनिकों और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के जवानों को ढाका की सडकों पर सुरक्षा भ्रमण करते देखा गया। सैनिकों ने सडक के किनारे अपनी चौकियां भी स्थापित कर दी हैं, जहां वाहनों को रोककर उनकी जांच की जा रही है। यद्यपि प्रारंभ में इसे कानून और व्यवस्था का विषय बताया गया था, किन्तु जनरल जमान की बैठक के उपरांत सत्तांतर की चर्चा जोर पकडने लगी है।
३. लंबे समय से यह दावा किया जाता रहा है कि मोहम्मद यूनुस और सेना के बीच संबंध बिगड गए हैं। दोनों पक्षों की ओर से कुछ एेसे वक्तव्य आए हैं, जिससे तनाव बढ गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सरकार और सेना प्रमुख के बीच मतभेद अब बढ गए हैं और सेना ने सत्ता पर नियंत्रण करने का निर्णय कर लिया है।
संपादकीय भूमिकाबांग्लादेश में हो रही अराजकता से भारत पर कोई प्रभाव नहीं पडेगा, इसके लिए सतर्क रहने और तीक्ष्ण दृष्टि रखने की नितांत आवश्यकता है ! |