AAP MLA Amanatullah Khan : ‘आप’ के विधायक अमानतुल्ला खान के विरोध करने से हत्या का आरोपी फरार !

  • पुलिस को समाप्त करने की धमकी

  • पुलिस ने पंजीकृत किया अपराध

आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान

नई देहली – यहां के मुस्लिम बहुल नगर जामिया में पुलिस दल पर हुए आक्रमण का नेतृत्व करने पर ओखला विधानसभा क्षेत्र के आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान के विरुद्ध देहली पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध किया है । पुलिस के कथनानुसार खान ने हत्या के प्रकरण में वांछित भगोड़े आरोपी को भागने में सहायता की है । पुलिस ने अपराधपत्र में लिखा है कि अमानतुल्ला खान ने पुलिस से हाथापाई की और धक्का दिया । इससे अपराधी भाग गया । खान ने पुलिस कर्मचारियों को धमकी देते हुए कहा कि यह मेरा क्षेत्र है । मेरा पुलिस और न्यायालय पर विश्वास नहीं है । (मुस्लिम बहुल क्षेत्र में मुस्लिम आरोपी को पकड़ने गए पुलिस कर्मचारियों पर सदैव आक्रमण होते ही रहते हैं । इस बार उनका नेतृत्व करने का दुस्साहस एक मुस्लिम विधायक ने ही किया । भारत में मुसलमान असुरक्षित हैं, यह कहनेवाले अब चुप क्यों ? – संपादक)

१. अपराध शाखा का एक दल जामिया क्षेत्र के भगोड़े अपराधी शाहवाज को पकड़ने गया था । इस दल ने अपराधी को पकड़ भी लिया था; परंतु उसी समय वहां विधायक अमानतुल्ला खान अपने २०-२५ समर्थकों के साथ पहुंचा और पुलिस वालों से कहा, ‘तुम लोगों ने यहां आने का साहस कैसे किया ? मैं पुलिस और न्यायालय पर विश्वास नहीं करता ।’ (ऐसा कहने वाला व्यक्ति भारत में विधायक बन सकता है ! इससे पता चलता है कि भारतीय न्यायतंत्र कितना हास्यास्पद है ! – संपादक)

२. उस समय अमानतुल्ला खान और उसके समर्थक पुलिस से हाथापाई करने लगे । पुलिस से उनका पहचान पत्र छीन लिया गया । विधायक अमानतुल्ला खान ने पुलिस को धमकी देते हुए कहा, ‘यह क्षेत्र हमारा है । यहां से बाहर निकल जाओ, नहीं तो बचना मुश्किल होगा । मेरी एक आवाज पर यहां इतने लोग इकट्ठा हो जाएंगे कि तुम लोग कहां गायब हो गए इसका किसी को पता भी नहीं चलेगा । मैं तुम लोगों की वर्दी उतरवा सकता हूं । मुझ पर दूसरा मुकदमा दर्ज किया गया तो भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा । मैं तुम लोगों को यहीं समाप्त कर दूंगा और तुम्हें कोई गवाह भी नहीं मिलेगा ।’

३. यह विवाद और हाथापाई चल ही रही थी तभी, पकड़ा गया अपराधी शाहवाज भाग गया ।

संपादकीय भूमिका 

  • ‘आप’ का हो अथवा किसी दूसरे दल का मुस्लिम जनप्रतिनिधि, वे अपराधी वृत्ति के भी अपने धर्मबंधुओं को बचाते हैं और इसके लिए अपनी अपराधी प्रवृत्ति को व्यक्त करने से पीछे नहीं हटते !
  • पुलिस वालों को जान से मारने की धमकी देने वालों को फांसी का दंड मिले इसके लिए सरकार को कानून बनाना चाहिए !