महाराष्ट्र में ‘ रैपिड एक्शन टीम ‘ की स्थापना करें और ‘ बांग्लादेशी घुसपैठिए खोज अभियान ‘ चलाएं !

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  • पत्रकार परिषद में हिन्दू जनजागृति समिति की मांग !

  • ‘बांग्लादेशी घुसपैठियों को हटाओ और देश बचाओ’, यह अभियान देशभर में चलाया जाएगा !

बाएं से अधिवक्ता राहुल पाटकर,  हिन्दू जनजागृति समिति के प्रवक्ता श्री. सतीश कोचरेकर  और सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. अभय वर्तक

मुंबई – देश भर में तथा राज्य में १ करोड़ से ८० लाख तक की संख्या में बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं, जो देश की सुरक्षा के लिए गंभीर संकट उत्पन्न कर रहे हैं । उनमें अपराध और सभी प्रकार के जिहाद का प्रचलन बहुत अधिक है । उन्होंने रोजगार की समस्याएं पैदा कर दी हैं । बड़े गिरोह सक्रिय हैं, जो उन्हें सभी पहचान पत्र मुहैया कराते हैं । महाराष्ट्र सरकार ने एक ‘एसआईटी’ गठित की है; इससे भी आगे बढ़कर, महाराष्ट्र सरकार को एक ‘त्वरित कार्यवाही कार्य बल’ स्थापित करने की आवश्यकता है । इसलिए, इससे पहले कि महाराष्ट्र में भी बंगाल और असम जैसी स्थिति हो जाए, मुख्यमंत्री को पूरे राज्य में ‘बांग्लादेशी घुसपैठिया खोज अभियान’ शुरू करना चाहिए, सभी बांग्लादेशी घुसपैठियों को ढूंढना चाहिए, उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही करनी चाहिए और उन्हें देश से बाहर निकालना चाहिए, ऐसी मांग हिन्दू जनजागृति समिति के प्रवक्ता श्री. सतीश कोचरेकर द्वारा की गयी । वह ३ फरवरी को मुंबई मराठी पत्रकार संघ द्वारा आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। इस अवसर पर सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. अभय वर्तक और अधिवक्ता राहुल पाटकर उपस्थित थे।

श्री. कोचरेकर ने आगे कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठिए भारत सरकार द्वारा गरीबों के लिए लागू की गई करोड़ों रुपये की कई योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं । वे भारतीयों के मुंह का निवाला छीन रहे हैं । कई जगहों पर झूठे दस्तावेजों के आधार पर जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है । धारावी के लोगों का पुनर्वास करते समय, वहां के बांग्लादेशियों का भी आधिकारिक रूप से पुनर्वास किया जाएगा । हमारी मांग है कि धारावी से घुसपैठियों को बाहर निकाला जाए और सुविधाएं केवल भारतीय नागरिकों को ही दी जाएं ।

बांग्लादेशी घुसपैठियों के विरुद्ध एक जन आंदोलन खड़ा करना जरूरी है ! – अभय वर्तक, धर्म प्रचारक, सनातन संस्था

अभय वर्तक

आज, जबकि अमेरिका जैसे देश घुसपैठियों को बाहर निकाल रहे हैं, भारत घुसपैठियों को पालने का जोखिम नहीं उठा सकता । यह केवल हिन्दुत्ववादी संगठनों की समस्या नहीं है, अपितु पूरे देश और हर भारतीय की समस्या है; क्योंकि ये घुसपैठिये भारतीयों के मौलिक अधिकारों का हनन कर रहे हैं । इससे मुंबई पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है । वे एक भी रुपया टैक्स चुकाए बिना सारा पैसा अपने देश वापस भेज रहे हैं । करोड़ों घुसपैठियों को हटाने में पुलिस की अपनी सीमाएं हैं । इसलिए, सभी को यह महसूस करना चाहिए कि घरेलू कामगारों, बढ़ई, निर्माण श्रमिकों, कबाड़ विक्रेताओं, पड़ोसियों, व्यापारियों आदि के बीच पाए जाने वाले बांग्लादेशी घुसपैठियों के बारे में सरकार को सूचित करना उनका कर्तव्य है । इससे इतना बड़ा जन आंदोलन खड़ा होना चाहिए कि घुसपैठिये वापस लौटने के लिए सीमा पर लाइन में खड़े हो जाएं । हिन्दू जनजागृति समिति के माध्यम से सभी संगठन एक साथ आकर राष्ट्रीय स्तर पर इस जनआंदोलन का निर्माण करेंगे । हम प्रत्येक स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन और बैठकें जैसी विभिन्न गतिविधियां कार्यान्वित करेंगे । गृहमंत्री के आह्वान पर प्रतिक्रिया देते हुए हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन ‘बांग्लादेशी घुसपैठिये हटाओ, देश बचाओ’ नामक जनआंदोलन चलाएंगे तथा देश को घुसपैठियों से मुक्त करने का प्रयास करेंगे !

बाजार पर आर्थिक हमले बांग्लादेशी घुसपैठियों की कार्यप्रणाली है ! – राहुल पाटकर, अधिवक्ता, मुंबई उच्च न्यायालय

बांग्लादेशी घुसपैठिए प्याज, आलू अथवा सब्जियां तीन गुना सस्ते दामों पर बेचते हैं । यही कारण है कि महिलाएं उनके चारों ओर भीड़ लगाती हैं । जो व्यक्ति फटे जूते पहनता है, वह यह कैसे कर सकता है ? यदि आप उनसे पूछें कि, “पैसा कौन देता है ?” तो वे बिना कुछ कहे आगे बढ़ जाते हैं । वे बाजार खुलने से एक घंटा पहले १५ से २० लोगों के समूह में पहुंचते हैं । यह बाजार पर आर्थिक हमला करने का उनका ‘मोडस ऑपरेंडी’ (कार्य करने का तरीका) है । उन्होंने प्रत्येक जगह बड़ी सुरक्षा समस्या उत्पन्न कर दी है ।