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श्री. प्रीतम नाचणकर, विशेष प्रतिनिधि प्रयागराज

प्रयागराज, १७ जनवरी (संवाददाता) – आंध्रप्रदेश के तिरुपति की भांति तीर्थराज प्रयाग में भी श्री बालाजीच्या भव्य मंदिर बनाया जानेवाला है । स्वयं तिरुपति देवस्थान इसमें ध्यान देकर इस संकल्पना को साकार करने हेतु बहुत शीघ्र ही उत्तरप्रदेश सरकार से संपर्क करेगा । तिरुपति देवस्थान की ओर से दैनिक ‘सनातन प्रभात’ के प्रतिनिधि को यह महत्त्वपूर्ण जानकारी दी गई ।
वर्तमान में प्रयागराज प्राधिकरण की ओर से तिरुपति बालाजी देवस्थान के लिए प्रयागराज में महाकुंभपर्व तक सीमित ५ एकर भूमि दी गई है । इस भूमि पर २.८ एकर भूमि पर श्री बालाजी का तात्कालिक मंदिर बनाया गया है । इस मंदिर परिसर में एक ही समय २ सहस्र श्रद्धालु रह सकेंगे, इतनी व्यवस्था है । इस मंदिर में नियमितरूप से सहस्रों श्रद्धालु श्री बालाजी के दर्शन करने के लिएश आ रहे हैं । कुंभपर्व में श्री बालाजी के मंदिर की प्रतिकृति साकार करने के कारण श्रद्धालुओं ने आनंद व्यक्त कर यहां श्री बालाजी का स्थाई भव्य मंदिर बनाने की मांग की है । उत्तरप्रदेश तथा आजूबाजू के राज्यों के श्रद्धालुओं ने भी तिरुपति देवस्थान से प्रयागराज जैसे तीर्थस्थल में श्री बालाजी का मंदिर बनाने की मांग की है । उसके कारण अब तिरुपति देवस्थान की ओर से भी इस दृष्टि से कदम उठाए जा रहे हैं ।
उत्तरप्रदेश सरकार मंदिर के लिए भूमि उपलब्ध कराकर सहयोग करे ! – १००८ श्री श्री विद्याधीश तीर्थस्वामी, मठाधिपति, पलिमारू पठ, उडुपी, कर्नाटक
कर्नाटक के उडुपी के श्रीमन्मध्वाचार्य मूळ महासंस्थान श्री ऋषिकेश अष्टतीर्थपीठ के श्री पलिमारू मठ के मठाधिपति १००८ श्री श्री विद्याधीश तीर्थस्वामी ने १६ जनवरी को महाकुंभक्षेत्र में स्थित श्री बालाजी मंदिर में दर्शन किए । इस अवसर पर अपना मनोगत व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि जैसे तिरुपति का मंदिर वैकुंठ की प्रतीति कराता है, उसी प्रकार से प्रयागराज में श्री बालाजी का मंदिर बनाया गया, तो यहां आनेवाले श्रद्धालुओं को तिरुपति की प्रतीति होगी । अतः प्रयागराज में शीघ्रातिशीघ्र श्री बालाजी का मंदिर साकार हो । उत्तर प्रदेश सरकार इस मंदिर के लिए भूमि उपलब्ध कराकर आवश्यक सहयोग दे ।