Dismantle Terror Camps : अगर आतंकवादी प्रशिक्षण केन्द्र बंद नहीं किये गये तो..! – रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को दी चेतावणी

अखनूर (जम्मू और कश्मीर) – जम्मू और कश्मीर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के बिना अधूरा है। पाकिस्तान के लिए पाक अधिकृत कश्मीर एक ‘विदेशी क्षेत्र’ है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद का कारोबार चलाने के लिए किया जाता है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का इस्तेमाल आतंकवादियों के प्रशिक्षण केंद्र के रूप में किया जा रहा है। हमारे पास इस बारे में ठोस जानकारी है। अगर पाकिस्तान इन प्रशिक्षण केंद्रों को बंद नहीं करता है, तो…, भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेतावनी दी। वह यहां ९ वें सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।

पाकिस्तान द्वारा धर्म के नाम पर गुमराह करने का प्रयास

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लोगों को वहां की सरकार सम्मानजनक जीवन से वंचित कर रही है। पाकिस्तानी नेताओं द्वारा धर्म के नाम पर भारत को गुमराह करने और भड़काने के प्रयास जारी हैं।

यदि जीता हुआ क्षेत्र वापस न किया गया होता तो आज आतंकवादियों की घुसपैठ न होती !

पिछली सरकारों की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि हमने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हाजी पीर क्षेत्र पर विजय प्राप्त की थी। अगर इसे वापस नहीं किया गया होता तो आज आतंकवादी वहां से घुसपैठ नहीं कर पाते।

पाकिस्तान को हर युद्ध में हार का सामना करना पड़ा है !

१९६५ के भारत-पाक युद्ध का जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि युद्ध के मैदान पर मिली जीत भारतीय सेना की बहादुरी, साहस और बलिदान का परिणाम थी। यदि आप इतिहास पर नजर डालें तो पाएंगे कि पाकिस्तान ने भारत के साथ लड़े गए हर युद्ध में हार का सामना किया है। चाहे वह १९४८ में कश्मीर पर आक्रमण हो, १९६५ , १९७१ के युद्ध हों या १९९९ में कारगिल में सीमित युद्ध, पाकिस्तान को हर लड़ाई में हार का सामना करना पड़ा है।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का बयान एक षड्यंत्र का हिस्सा है !

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के प्रधानमंत्री अनवारुल हक ने जम्मू एवं कश्मीर से भारतीय सैनिकों को खदेड़ने के लिए जिहाद को पुनर्जीवित करने का आह्वान किया था। जवाब में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के अवैध प्रधानमंत्री ने भारत के खिलाफ जहर उगला है। यह पाकिस्तान की साजिश का हिस्सा है। अनवारुल हक इस तरह के बयान देकर उसी भारत विरोधी नीति को जारी रख रहे हैं जो पाकिस्तानी प्रमुखों ने जनरल जिया-उल-हक के समय से अपनाई थी।