पत्नी की भारतीय बनावट की साडी जलाई !
ढाका (बांग्लादेश) – बांग्लादेश के हिन्दूविरोधी ‘बांग्लादेश नैशनल पार्टी’ के संयुक्त महासचिव रूहुल कबीर रिजवी ने भारत के विरोध के रूप में उनकी पत्नी की भारतीय बनावटवाली साडी जलाई । इस आंदोलन के समय उन्होंने बांग्लादेश के लोगों से भारतीय उत्पादों के बहिष्कार का आवाहन किया । ‘बांग्लादेश किसी भी शक्ति के सामने नहीं झुकेगा, भले ही हमें दिन में एक ही बार भोजन करना पडे; परंतु उसके उपरांत भी हम गर्व के साथ खडे होकर आत्मनिर्भर बनेंगे’, ऐसा रिजवी ने कहा । त्रिपुरा राज्य की राजधानी आगरतला में भीड के द्वारा बांग्लादेश के सहायक उच्चायुक्त कार्यालय में की गई तोडफोड तथा बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज का कथितरूप से अनादर किए जाने के विरोध में यह आंदोलन किया गया । रिजवी ने यह भी कहा कि जिन लोगों ने हमारा राष्ट्रध्वज फाड दिया, उनसे हम किसी प्रकार की सामग्री नहीं लेंगे ।
⚠️Bangladesh Nationalist Party (BNP) leader Ruhul Kabir Rizvi calls for a total boycott of Indian Products.
📌The leader went on record to burn his Wife’s Indian saree to show his protest
📌The Interim Government of Bangladesh also plans on removing Sheikh Mujibur Rahman’s… pic.twitter.com/0PAad5ei5F
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) December 6, 2024
रिजवी ने कहा कि,
१. हम कभी भी भारतीय ध्वज का अनादर नहीं करेंगे; परंतु हम हमारे देश के विरुद्ध अनुचित कृत्य सहन नहीं करेंगे । बांग्लादेश ने इससे पूर्व भी उत्पीडन करनेवालों को पराजित किया है ।
२. हमारी माता-बहनें अब भारतीय साडियों परिधान नहीं करेंगी, साथ ही भारतीय साबुन एवं टूथपेस्ट का भी उपयोग नहीं करेंगी । हम स्वयं मिर्च एवं पपया का उत्पादन करेंगे । हमें भारत के वस्तुओं की आवश्यकता नहीं है । भारत ने बांग्लादेश की संप्रभुता को दुर्बल बनाने का प्रयास किया है ।
बांग्लादेशी मुद्रा पर अंकित शेख मुजीबुर रहमान का चित्र हटाया जाएगा !
बांग्लादेश में नोटों पर अंकित पूर्व राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान का चित्र हटाने की तैयारी चल रहीह ै । बांग्लादेश सेंट्रल बैंक अगस्त महिने में हुए हिंसक आंदोलन का छायाचित्र अंकित नए नोट छाप रहा है । अंतरिम सरकार के निर्देश के अनुसार २०, १००, ५०० एवं १००० टका (बांग्लादेशी मुद्रा) के मूल्य के नए नोट छापे जा रहे हैं । आनेवाले ६ महिनों में इन नोटों को बाजार में उतारा जाएगा ।
शेख मुजीबुर रहमान बांग्लादेश के प्रथम राष्ट्रपति थे । १७ अप्रैल १९७१ से १५ अगस्त १९७५ तक वे बांग्लादेश के प्रधानमंत्री भी थे । बांग्लादेश को पाकिस्तान ने स्वतंत्रता दिलाने में भी उनका बडा योगदान था । १५ अगस्त १९७५ को शेख मुजीबूर रहमान की उनके घर पर हत्या की गई ।
संपादकीय भूमिका
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