185 Tons Cow Meat Seized : उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा १८५ टन गोमांस पकड़ा गया : ९ लोगों को बंदी बनाया गया

बंदी बनाए हुए लोगों में शीतगृह के हिन्दू मालिक एवं कुछ हिन्दू कर्मचारी भी सम्मिलित !

लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) – कुछ दिन पूर्व पुलिस ने ग्रेटर नोएडा से १८५ टन गोमांस पकड़ा है । एक कंटेनर से यह गोमांस उत्तर प्रदेश के नोएडा में लाया गया था । वह शीतगृह में रखा गया था । आरोप लगाया गया है कि तदनंतर उसकी देहली एवं तदुपरांत उत्तराखंड को आपूर्ति की गई । ‘गोरक्षा हिन्दू दल’ के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष वेद नागर ने दावा किया है कि भारी मात्रा में (२५० टन) गोमांस पकड़ा किया गया है ।

लोणी के भाजपा के विधायक नंद किशोर गुर्जर ने कहा, ‘‘जब्त किए गए गोमांस की मात्रा देखकर ध्यान में आता है कि न्यूनतम ८ हजार गायों की हत्‍या की गई है । लक्ष्मणपुरी में कार्यरत २ बडे अधिकारी इसमें सम्मिलित हैं ।’’ गुर्जर ने उनके नाम उजागर नहीं किए । इस प्रकरण में पुलिस ने अबतक ९ लोगों को बंदी बनाया हैं । शीतगृह पर बुलडोजर चलाने की एवं अपराधियों पर राष्‍ट्रीय सुरक्षा कानून के अंतर्गत अपराध पंजीकृत करने की मांग हिन्दुत्‍वनिष्‍ठ संगठनों ने की है ।

१. यह घटना नोएडा के दादरी क्षेत्र में घटित हुई है । गोरक्षा दल के कर्मचारियों को बंगाल से गोमांस आने की जानकारी मिली थी । इस पर से दल के कर्मचारी इकट्ठा हुए । एच.आर. ३८ ए. ई. ९१८५ पंजीकृत क्रमांक ट्रक को रोका गया एवं मांस मिला । इस प्रकरण की जानकारी पुलिस को दी गई ।

२. पुलिस ने घटनास्‍थल पहुंचकर गोमांस नियंत्रण में लिया । उसे जांच के लिए भेज दिया गया । उसमें यह जानकारी उजागर हुई ।

३. यह कंटेनर उत्तर प्रदेश के एटा जिले का निवासी शिवशंकर चला रहा था । ट्रक का चालक भी उसी जिले से था । दोनों को बंदी बनाया गया है । जांच में उन्होंने कहा कि यह मांस बंगाल से लाया गया है ।

४. ट्रक चालक ने कहा ‘यह गोमांस हबीबर मुल्ला नामक व्‍यक्‍ति से थोक मूल्य दे कर क्रय किया गया था । यह गोमांस गौतम बुद्ध नगर जिले के नागला किराणी गांव के एस.पी.जे. शीतगृह में लाया गया था ।’

५. शीतगृह के मालिक पूरन जोशी, संचालक मोहम्मद खुर्शीदुन नबी एवं शीतगृह का प्रबंधक अक्षय सक्‍सेना, बंदी बनाए गए लोगों के नाम हैं । इस शीतगृह को ताला लगाया गया है । २३ नवंबर को पुलिस ने तस्‍करी में सहभागी देहली निवासी सलिमुद्दीन अन्‍सारी को भी बंदी बनाया है ।

६. जांच के समय अविनाश कुमार, राकेश सिंह एवं शोएब हक्‍कानी भी सहभागी पाए गए हैं । ये तीनों ‘टोरो प्राइमरी प्राइवेट लिमिटेड’ नामक कंपनी के कर्मचारी हैं । इस कंपनी पर आरोप लगाया है कि शीतगृह में संग्रहित गोमांस का क्रय-विक्रय किया गया । उन्हें भी बंदी बनाया गया है ।

संपादकीय भूमिका 

गोमांस का विक्रय करने में हिन्दू भी लिप्त हैं, इससे कष्टप्रद एवं लज्‍जाजनक और क्या बात हो सकती है ?