शिराला (जिला सांगली) – जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में अब धारा ३७० को वापस लाने का प्रयास चल रहा है । हमने ३७० धारा को मात्र इसलिए हटाया क्योंकि इसे हटाना आवश्यक था । विपक्षी दलों के ‘इंडी’ मोर्चों की 4 पीढ़िया आयी तो भी , हम जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद ३७० वापस नहीं लेंगे। देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार है तथा उनके नेतृत्व में भारत विश्व का एक शक्तिशाली देश बन गया है। इसलिए, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया कि राज्य में महागठबंधन की सरकार आने पर केंद्र सरकार की सहायता से महाराष्ट्र को नंबर एक राज्य बनाया जाएगा। वह शिराला में भाजपा उम्मीदवार सत्यजीत देशमुख के प्रचार के लिए आयोजित एक रैली में बोल रहे थे।
शिराला में नाग पूजा शुरू करेंगे !महाविकास अघाड़ी सरकार ने शिराला में नागपूजा रोकी; लेकिन जब हमारी सरकार आएगी तो हम इसे औपचारिक रूप से आरंभ करेंगे । |
१. प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में ‘वक्फ’ संशोधन बिल पेश किया है । इसका भी ‘इंडी’ गठबंधन ने विरोध किया है । कांग्रेस सरकार ने लालसा की सारी सीमाएं पार कर दी हैं। कर्नाटक सरकार ने मंदिरों समेत कई गांवों को ‘वक्फ बोर्डा’ की संपत्ति घोषित कर दिया है । यदि महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार आई तो किसानों की जमीन ‘वक्फ’ के नाम कर देंगे । शरद पवार और उद्धव ठाकरे को ‘वक्फ’ पर अपना मत (इशा) बताना चाहिए । उन्हें बताना चाहिए कि क्या वे ‘वक्फ’ का समर्थन करते हैं ?
२. भाजपा सरकार ने ‘औरंगाबाद’ का नाम बदलकर ‘संभाजीनगर’ कर दिया; लेकिन महाविकास अघाड़ी के नेता संभाजीनगर नाम के विरुद्ध हैं । यह नाम भविष्य में भी ‘छत्रपति संभाजीनगर’ ही रहेगा, इसे अब कोई नहीं बदल सकता।
३. जब राज्य में गठबंधन सरकार थी तो शरद पवार ने क्या किया? वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र राज्य के विकास के लिए सबसे ज्यादा फंड दिया । पश्चिमी महाराष्ट्र में राष्ट्रीय राजमार्गों का एक नेटवर्क स्थापित किया गया । ‘आयुष्मान भारत’ योजना से १० लाख लोग लाभान्वित हो रहे हैं, जबकि ‘लाड़ली बहिना योजना’ से ७ लाख महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं।
४. सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह की सरकार के समय नित्य आतंकी आक्रमण होते थे । जब हमारी सरकार सत्ता में थी, तो पुलवामा आक्रमण के पश्चात पाकिस्तान में घुसकर सिर्फ १० दिनों में ‘एयर स्ट्राइक’ की । महाविकास अघाड़ी में सम्मिलित दल देश को सुरक्षित नहीं रख सकते।
महाराष्ट्र एक पवित्र भूमि है तथा जहां समर्थ रामदासस्वामी के चरण पड़े, वह एक पवित्र भूमि है। रामदासस्वामी ने स्वराज्य की रक्षा की लड़ाई में छत्रपति शिवाजी महाराज का समर्थन करने के लिए कार्य किया। महाराष्ट्र एक वीर भूमि है और छत्रपति शिवाजी महाराज तथा छत्रपति संभाजी महाराज की भूमि है । |