५ साल में नक्सलियों ने ३० लोगों की हत्या की, जिनमें ३ पुलिसकर्मी भी शामिल
– श्री प्रीतम नाचनकर, मुंबई
मुंबई, २४ अक्टूबर (वार्ता) – महाराष्ट्र के गढ़चिरौली तथा गोंदिया जिलों में १ सहस्त्र ८३ मतदान केंद्रों पर नक्सलियों का अधिकार है। २०२० से अब तक नक्सलियों ने राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कुल ५१ आक्रमण किए हैं, जिनमें ३० लोग मारे गए हैं । इसमें ३ पुलिसकर्मी भी सम्मिलित हैं । नक्सली हमले में ४४ पुलिसकर्मी घायल हो गये । आगामी विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में राज्य गृह मंत्रालय द्वारा राज्य सरकार को सौंपी गयी एक गोपनीय रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है ।
🚨MAHARASHTRA ON HIGH ALERT!
1,083 polling stations under #NaxaliteThreat
🛑Past 5 years: 30 lives lost, including 3 police officers
CM Eknath Shinde vows to intensify action against #Naxalites
👉Complete eradication of #Naxalism is the only solution to lift fear from the… pic.twitter.com/3bK1rsqhQx
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) October 24, 2024
गृह मंत्रालय की इस गोपनीय रिपोर्ट में आगामी विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में नक्सलियों द्वारा की गयी कार्रवाई की जानकारी दी गयी है । इस रिपोर्ट के अनुसार, गढ़चिरौली जिले के अरमोरी, गढ़चिरौली तथा अहेरी निर्वाचन क्षेत्रों में ९७२ मतदान केंद्रों और गोंदिया जिले के अर्जुनी मोरगांव तथा आमगांव में १११ मतदान केंद्रों का उल्लेख नक्सलियों द्वारा किया गया है। साल २०२० से अब तक राज्य के नक्सल प्रभावित इलाकों में १२ स्थानों पर नक्सली आग लगा चुके हैं।
आचार संहिता के समय नक्सलियों का आक्रमण !
पिछले कई वर्षों से नक्सली चुनाव प्रचार के समय नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नागरिकों पर आक्रमण कर भय पैदा करते रहे हैं । साल २०१९ में लोकसभा चुनाव आचार संहिता के समय नक्सलियों ने ४ लोगों की हत्या कर दी थी । इसमें एक पुलिसकर्मी भी सम्मिलित था । लोकसभा आचार संहिता के समय नक्सलियों ने ६ स्थानों पर आग लगा दी । इस आचार संहिता के समय नक्सलियों के आक्रमण में १२ लोग गंभीर रूप से घायल हो गये थे । साल २०१९ के विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के समय नक्सलियों ने एक व्यक्ति की हत्या कर दी और एक स्थान पर आग भी लगा दी थी । इस समय नक्सली आक्रमण में ४ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए ।
पुलिस की कड़ी कार्यवाही !५ साल में ८७ नक्सलियों का सफाया और १३६ लोगों को बंदी बनाया ! पुलिस ने भी नक्सलियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की । साल २०२० से अब तक पुलिस ने कुल ८७ उग्रवादी नक्सलियों का सफाया किया है और १३६ नक्सलियों को बंदी बनाया है । पिछले ५ साल में ३१ नक्सलि शरण आये है । |
नक्सलियों के विरुध्द तेज होगी कार्यवाही ! – एकनाथ शिंदे, मुख्यमंत्रीनक्सलवाद से लड़ने के लिए ‘स्पेशल टास्क फोर्स’ और ‘स्पेशल इंटेलिजेंस ब्यूरो’ की स्थापना के साथ-साथ ‘फोर्टिफाइड पुलिस स्टेशन’ की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। ये काम मार्च २०२५ तक पूरे हो जायेंगे । इस पर ६१ करोड़ ३५ लाख रुपये व्यय किये गये हैं । नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नए पुलिस स्टेशनों के लिए २५ पुलिस अधिकारी और ५०० जवानों की नियुक्ति की जाएगी । राज्य सरकार ने नक्सलियों के विरुद्ध कार्यवाही के लिए केंद्र सरकार से रात में ‘हेलीकॉप्टर’ उतारने की अनुमति मांगी है । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कुछ दिन पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के अनुसार यह जानकारी दी है । इस समय एकनाथ शिंदे ने यह भी कहा कि अगले २ वर्षों में नक्सलियों के विरुद्ध कार्यवाही तेज की जाएगी । |
संपादकीय भूमिकानक्सलवाद पूरी तरह नष्ट हो जाए तो जनता पर से नक्सलवादियों का नियंत्रण हट जाएगा, पुलिस और सरकार को इसके उत्थान के लिए प्रयास करना चाहिए ! |