कानपुर में रेलवे ट्रैक पर फिर मिले सिलेंडर
साहिबगंज (झारखंड) – उत्तर प्रदेश के कानपुर में रेलवे ट्रैक पर आग बुझाने वाला सिलेंडर पड़ा मिला। वहीं, झारखंड के साहिबगंज में एक रेलवे लाइन को बम विस्फोट से उड़ा दिया गया । पुलिस दोनों घटनाओं की जांच कर रही है। इससे पहले २२ सितंबर को कानपुर में ही रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर मिला था । इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है ।
🚨Railway tracks blown up in Jharkhand.
⚠️Cylinders found again on the railway track in Kanpur.
👉 Are these repeated incidents a part of 'Railway J!h@d'?
The Investigating agencies must have had a clue by now. If this isn't stopped, a disaster is not far away for sure.
VC :… pic.twitter.com/5RlH0D0QxY
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) October 3, 2024
१. कानपुर में २ अक्टूबर की सुबह करीब ८ बजे एक मालगाड़ी अंबियापुर के पास से गुजर रही थी । तभी लोको पायलट (ड्राइवर) को हावड़ा-देहली रूट पर एक अग्निशामक यंत्र पड़ा हुआ दिखाई दिया ।
२. मालगाड़ी के चालक ने ट्रेन रोककर कंट्रोल रूम को सूचना दी । रेलवे पुलिस की एक टीम तुरंत मौके पर पहुंची और जांच शुरू की । जो अग्निशमन यंत्र मिला है वह काफी पुराना है। पहली नजर में पुलिस को लगा कि यह किसी की शरारत है । (जब पूरे भारत में ऐसी घटनाएं हो रही हैं, तो पुलिस को इस सूत्र को ‘शरारत’ मानकर नहीं छोड़ना चाहिए। यह एक रेलवे जिहाद है और पुलिस से अपेक्षा की जाती है कि वह इसे ध्यान में रखकर प्रयास करेगी! – संपादक)
३. १ अक्टूबर की रात झारखंड के साहिबगंज के रंगा गांव के पास रेलवे ट्रैक को बम विस्फोट द्वारा उड़ा दिया गया । इस शक्तिशाली विस्फोट के कारण रेलवे ट्रैक का ४७० सेमी का टुकड़ा ३९ मीटर दूर जा गिरा । जिस जगह पर धमाका हुआ, वहां ३ फीट गहरा गड्ढा हो गया ।
संपादकीय भूमिकाजब देश में एक के बाद एक ऐसी घटनाएं हो रही हैं तो ये रेल जिहाद है क्या ? जांच एजेंसियों को अब तक इसकी जांच कर लेनी चाहिए थी। अगर इसे नहीं रोका गया तो बहुत बड़ी क्षति होगी, यह तय है ! |