#DevachaNyay : ‘एक्स’ पर चल रहे ट्रेंड में ‘भगवान का न्याय’ नंबर एक पर ‘हैशटैग’ है !

बदलापुर में अक्षय शिंदे एनकाउंटर प्रकरण !

( ‘ट्रेंड’ एक चर्चा मे रहने वाले टॉपिक को संदर्भित करता है और ‘हैशटैग’ उसी विषय पर चर्चा उत्पन्न करने को संदर्भित करता है )

बदलापुर – बच्ची से रेप का आरोपी अक्षय शिंदे एनकाउंटर में मारा गया इस मामले का ट्रेंड ‘भगवान का न्याय’ नाम से एक्स (पहले ट्विटर) पर चल रहा है। इसमें हैशटैग ‘भगवान का न्याय’ पहले स्थान पर है। इस संबंध में सोशल मीडिया पर गृह मंत्री देवेन्द्र फडणवीस के समर्थन में हजारों पोस्ट प्रसारित किए गए हैं।

शर्मिला ठाकरे की ओर से पुलिस को ५१ सहस्त्र रुपये का पुरस्कार !

मनसे नेता अविनाश जाधव ने कहा, ”राज ठाकरे की पत्नी शर्मिला ठाकरे ने इस मुठभेड मामले में शामिल दोनों पुलिसकर्मियों को ५१ सहस्त्र रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है । पैसा महत्वपूर्ण नहीं है; लेकिन इसका उत्तर ऐसे ही दिया जाना चाहिए ।”

बदलापुर स्कूल के विशवस्त मानव तस्करी और ‘चाइल्ड पोर्नोग्राफ़ी’ में सम्मिलित ! – माहिती अधिकार कार्यकर्ता केतन तिरोडकर ने जनहित याचिका के माध्यम से लगाया आरोप !

माहिती अधिकार कार्यकर्ता केतन तिरोडकर ने बॉम्बे उच्च न्यायालय में जनहित याचिका प्रविष्ट की है । इसमें उन्होंने बदलापुर के विद्यालय ट्रस्टियों पर मानव तस्करी और ‘चाइल्ड पोर्नोग्राफी’ में सम्मिलित होने का आरोप लगाया।

याचिका में यह भी कहा गया है कि बदलापुर में यौन उत्पीडन का मामला प्रविष्ट होने के दूसरे दिन ही उस स्कूल से एक और लड़की के गायब होने का आरोप उसी थाने में प्रविष्ट कराया गया थी । याचिका में मांग की गई है कि इस मामले की जांच केंद्रीय अपराध जांच विभाग को स्थानांतरित की जाए । बॉम्बे उच्च न्यायालय शीघ्र ही इस जनहित याचिका पर सुनवाई करेगा ।

गांव वालों द्वारा भगाए जाने के कारण अक्षय शिंदे के माता-पिता रेलवे स्टेशन पर रहने को विवश हैं !

बदलापुर में बच्चियों से दरिंदगी के बाद खरवई के ग्रामीणों ने अक्षय शिंदे के घर में तोडफोड की थी । गांव वालों ने अक्षय शिंदे के परिवार को गांव छोडने पर विवश कर दिया । इसलिए वर्तमान में उनके माता-पिता को रेलवे स्टेशन के कोने में कूडे  में सोना पडता है।

अक्षय शिंदे के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद उसका परिवार आक्रामक हो गया है । ‘हमें अपने बेटे को देखने दो, या हमें भी मार डालो’, उसके माता-पिता ने मांग की; लेकिन पुलिस उन्हें रोक रही थी ।

अक्षय शिंदे एनकाउंटर मामले की जांच के लिए याचिका प्रविष्ट करेंगे ! – अधिवक्ता असीम सरोदे

मुझे इस बात का दुःख नहीं है कि अक्षय शिंदे मारा गया; लेकिन उन्हें न्यायिक प्रक्रिया के तहत सजा मिलनी चाहिए थी । ‘ यदि ऐसा हुआ होता तो नियम बनाये जा सकते थे ताकि बदलापुर में जो हुआ वह कहीं और न हो। इसलिए वकील असीम सरोदे ने कहा कि वह मुंबई उच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट कर अक्षय शिंदे एनकाउंटर मामले की जांच जज की देखरेख में कराने की मांग करेंगे । उन्होंने यह भी कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के अनुसार एनकाउंटर हत्या है ।