गौहाटी – मछली किसानों द्वारा यूरिया के उपयोग के कारण राज्य के नागांव और मोरीगांव जिलों में गुर्दे की बीमारियां बढ गई हैं । नागांव और मोरीगांव में मछली पकडने के उद्योग पर अप्रवासी मुसलमानों का वर्चस्व है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि ऐसे लोगों से मछली खरीदना खतरनाक हो सकता है ।
असम के कुछ लोग जानबूझकर यूरिया से भरी हुई मछली जनता तक पहुंचा रहे हैं। जनता को सतर्क रहना चाहिए, सरकार भी कार्रवाई कर रही है। pic.twitter.com/VgN9bysKLF
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) September 4, 2024
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर प्रसारित एक पोस्ट में कहा, मछली असम के लोगों के आहार का अभिन्न अंग है । मछली उत्पादन में मोरीगांव, नागांव और कछार राज्य में शीर्ष स्थान पर हैं। असम में कुछ लोग जानबूझकर जनता को यूरिया युक्त मछली बांट रहे हैं। लोगों को सतर्क रहना चाहिए । सरकार कार्रवाई भी कर रही है ।
संपादकीय भूमिकालव जिहाद, भूमि जिहाद, थूक जिहाद के बाद हम यह क्यों न सोचें कि अब यह ‘यूरिया जिहाद’ है ? अगर हिंदू, हिंदुओं के खिलाफ उठने वालों के खिलाफ वित्तीय बहिष्कार की मांग करते हैं तो इसमें गलत क्या है ? |