यदि भारत शेख हसीना को बांग्लादेश को नहीं सौंपता है, तो द्विपक्षीय संबंध बिगडेंगे, ऐसा भी कहा !
ढाका (बांग्लादेश) – बांग्लादेश नैशनलिस्ट दल के मुख्य सचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने सफेद झूठ बोलते हुए कहा, ‘बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा, यह बांग्लादेश का आंतरिक विषय है । हिन्दुओं पर आक्रमणों की बात असत्य हैं; क्योंकि अधिकांश घटनाएं राजनैतिक हेतु से प्रेरित हैं ।’ उन्होंने आगे कहा, ‘भारत-बांग्लादेश संबंध में नया अध्याय आरंभ करने हेतु भूतपूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का प्रत्यर्पण आवश्यक है । यदि ऐसा होता है, तो बांग्लादेश की जनता की भावनाओं का सम्मान होगा । (हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं का क्या, इस विषय में आलमगीर चुप क्यों हैं ? – संपादक) यदि हसीना भारत में रहती हैं, तो दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय संबंध बिगड सकते हैं ।
१. आलमगीर ने दावा करते हुए कहा, ‘हमारा दल सत्तारूढ होने पर अवामी लीग सरकार के कार्यकाल में विवादपूर्ण अडानी बिजली समझौते की जांच की जाएगी; क्योंकि इस कारण से बांग्लादेश के लोगों को हानि हो रही है ।’
२. उन्होंने आगे कहा, ‘हमारा दल भूतकाल के मतभेदों को भूलकर सहयोग करने के लिए तैयार है । बांग्लादेश की भूमि से भारत की सुरक्षा संकट में आएगी, ऐसी किसी भी बात को हम अनुमति नहीं देंगे ।’
संपादकीय भूमिकामुसलमान देश, बांग्लादेश द्वारा इस प्रकार आंखों में धूल झोंके जाने पर आश्चर्य कैसा ! कुछ भी हो जाए, तो भी बांग्लादेशी हिन्दुओं की रक्षा करना, भारत की प्राथमिकता होनी चाहिए, भारतीय हिन्दुओं को ऐसा ही लगता है ! |