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ढाका (बांग्लादेश) – अल्पसंख्यकों पर आक्रमण एक जघन्य अपराध है। बांग्लादेश में रहने वाले हिंदू, ईसाई एवं बौद्ध समुदाय के लोगों की रक्षा करना देश के युवाओं का कर्तव्य है। छात्रों ने इस देश को बचाया है । क्या वे अल्पसंख्यकों की रक्षा नहीं कर सकते? अल्पसंख्यक भी हमारे देश के नागरिक है। हम एक साथ रहना चाहते है । बांग्लादेश की कमान अब युवाओं के हाथ में है, ऐसा अनुरोध बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने की है । वह बेगम रोकेया विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करते हुए बोल रहे थे।
चटगांव में लाखों हिन्दूओं का प्रदर्शन!
बांग्लादेश के ५२ जिलों में अब तक हिन्दूओं पर आक्रमण की २०५ घटनाएं हो चुकी हैं। इस हिंसा के विरोध मे अब बांग्लादेश के विभिन्न नगरों में हिंदुओं के साथ-साथ अवामी लीग के कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। १० अगस्त को उन्होंने लाखों की संख्या में चटगांव में प्रदर्शन किया । उन्होंने अपने घरों, दुकानों एवं मंदिरों पर हुए आक्रमणों की निंदा की । इस विरोध प्रदर्शन के वीडियो प्रसारित किए गए है । इस समय प्रदर्शनकारियों ने ‘हिन्दूओं की रक्षा करो’, ‘हमें न्याय चाहिए’, ‘देश सभी नागरिकों का है’ जैसे उद्घोष भी किए । आंदोलनकारी यह भी पूछ रहे थे कि हिन्दूओं के घर एवं मंदिर क्यों लूटे जा रहे है ।
हिंदुओं के लिए अलग मंत्रालय की स्थापना की मांग
आंदोलनरत हिन्दूओं ने उन पर हो रहे आक्रमणों को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग की है । उन्होंने अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा के लिए एक स्वतंत्र मंत्रालय की भी मांग की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उन्हें बांग्लादेश की संसद में १० प्रतिशत सीटें दी जानी चाहिए ।
सेना की गाड़ी पर आक्रमण: ५ जवान घायल
१० अगस्त को सेना ने गोपालगंज में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करने का प्रयास किया। इस बार आंदोलनकारियों ने सेना की गाड़ी पर आक्रमण कर दिया तथा उसमें आग लगा दी । ५ सैनिक और १० नागरिक घायल हो गए। इस बार २ पत्रकारों की भी पिटाई की गई । प्रदर्शनकारियों ने जवानों के हाथों से हथियार भी छीन लिये ।
ब्रिटेन की संसद के बाहर भी प्रदर्शन
बांग्लादेश में हिन्दूओं पर वार के विरोध में ब्रिटेन में भी बड़ी संख्या में लोग संसद भवन के बाहर एकत्र हुए। उन्होंने ‘हिन्दू लाइफ मॅटर्स’ (‘हिन्दू जीवन मायने रखता है ‘ ) का नारा दिया। विरोध प्रदर्शन में मानवाधिकार संगठनों के सदस्यों समेत कई लोग सम्मिलित हुए। प्रदर्शनकारियों ने हिंसा से प्रभावित लोगों के लिए सहायता राशि की भी मांग की। इसके अलावा जर्जर मंदिरों के पुनर्निर्माण की भी मांग की गई।
( और इनकी सुनिये…) ‘शेख हसीना के पूर्व मंत्रियों पर प्रतिबंध लगाया जाए!’- अमेरिकी सांसदों की मांग
अमेरिका में कुछ सांसदों ने शेख हसीना के कार्यकाल में काम करने वाले बांग्लादेशी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद वॅन होलेन ने हसीना सरकार में गृह मंत्री रहे असदुज्जमां खान कमाल और महासचिव ओबेदुल कादर के विरोध मे प्रतिबंध लगाने की मांग की है। इसके लिए उन्होंने विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन को पत्र भी लिखा था । (इससे पता चलता है कि बांग्लादेश में सरकार गिराने के पीछे अमेरिका का हाथ है! – संपादक)
संपादकीय भूमिकाकेवल युवाओं से अनुरोध करके मुहम्मद यूनुस हिन्दूओं का पक्ष लेने का नाटक कर रहे हैं। यूनुस को ऐसे अनुरोध करने के अच्छा हिन्दूओं पर आघात करने वालों को बंदी बनाकर उनको दंडित करना चाहिए। हिन्दूओं की रक्षा के लिए कठोर कदम उठाकर हानि पहुंचाने वाले हिन्दूओं को सहायता राशि देनी चाहिए! |