मणिपुर की भाजपा सरकार के प्रयासों को सफलता !
नई देहली – पिछले वर्ष के मई माह से मणिपुर में ईसाई कुकी और हिन्दू मैतेई समुदायों के बीच हिंसा चल रही है । लगभग वर्ष भर चली हिंसा के उपरांत पहली बार दोनों समुदायों ने जिरीबाम जिले तक शांति बनाए रखना स्वीकार किया है ।
अशांत राज्य में शांति स्थापित करने में असफल रही मणिपुर की भाजपा सरकार पर सभी स्तरों पर टिप्पणी होते हुए सरकार को मिली यह पहली सफलता है, ऐसा कहा जा रहा है ।
१. मैतेई और कुकी समूहों में १ अगस्त की सुबह बैठक होने के पश्चात शांति समझौते पर हस्ताक्षर हुए । इस समझौते पर दोनों ओर से हस्ताक्षर होने से संपूर्ण राज्य में शांति का संदेश गया है ।
२. इस समझौते के अंतर्गत जिरीबाम जिले में आगजनी और गोलीबारी की घटना रोकने के लिए दोनों समुदाय सुरक्षाबलों को सहायता करेंगे और परिस्थिति पूर्ववत करने के लिए काम करेंगे ।
३. इस बैठक में केंद्रीय अतिरिक्त पुलिस बल, असम राइफल्स और जिला आयुक्त उपस्थित थे ।
४. राज्य सरकार के सूत्रों ने बताया कि वर्तमान में हम एक जिले तक सीमित हैं । हमारा अंतिम लक्ष्य राज्य में शांति स्थापित करना और स्थिति पूर्ववत लाना है ।
५. अब दोनों पक्षों के बीच अगली बैठक १५ अगस्त के उपरांत होने वाली है ।
६. इसके पूर्व राजमुख्यमन्त्री बिरेन सिंह ने विधानसभा में बताया था कि सरकार शांति चर्चा के लिए कठोर प्रयास कर रही है और असम के जिरीबाम जिले की सीमा पर स्थित सिलचर में अनेक चर्चाएं हुई हैं । इस संबंध में जल्द ही घोषणा की जाएगी ।
हिंसा के कारण अभी तक कुल २२६ लोगों की मृत्यु !मई २०२३ से राज्य में चल रही हिंसा के कारण अभी तक कुल २२६ लोग मारे गए हैं तथा ३९ लोग लापता हैं । ५९ सहस्र ४१४ लोग अस्थायी छावनियों में रह रहे हैं । ११ सहस्र १३३ घर जलाए गए । इस हिंसा के संबंध में विविध पुलिस थानों में ११ सहस्र ८९२ अपराध प्रविष्ट किए गए हैं । |